आत्मजीवनी ओड़िया भाषा के विख्यात साहित्यकार नीलकंठ दास द्वारा रचित एक आत्मकथा है जिसके लिये उन्हें सन् 1964 में ओड़िया भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

आत्मजीवनी  
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आत्मजीवनी
लेखक नीलकंठ दास
देश भारत
भाषा ओड़िया भाषा