आदित्य (उपग्रह)

भारत के पहला सूर्य-अध्ययन मिशन
(आदित्य (अंतरिक्ष यान) से अनुप्रेषित)

आदित्य-एल१ ( शाब्दिक अर्थ - 'अदिति का पुत्र' = सूर्य ) सौर वायुमंडल का अध्ययन करने के लिए भारत द्वारा छोड़ा गया एक कोरोनग्राफ यान है, जो तारे या अन्य चमकदार वस्तु से सीधे प्रकाश को रोकता है ताकि चाँद से सूरज ना छिपे और अध्ययन हो सके। जनवरी 2008 में अंतरिक्ष अनुसंधान के लिए बनायी गयी सलाहकार समिति द्वारा इसकी अवधारणा की गयी थी। । यह भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन और विभिन्न भारतीय अनुसंधान संगठनों के बीच सहयोग से डिजाइन किया गया और विकसित किया गया है। इसे 2 सितंबर 2023 को श्रीहरिकोटा से पीएसएलवी-सी५३ रोकेट के द्वारा लांच किया गया। यह सूर्य का अध्ययन करने वाला पहला भारतीय अंतरिक्ष मिशन है। यह लाग्रांज बिंदु एल1 पर स्थापित होने वाला पहला भारतीय मिशन है।

आदित्य-एल१
Aditya-L1
आदित्य-एल1 का तैनाती की अवस्था में रूप
आदित्य-एल1 का तैनाती की अवस्था में रूप
मिशन प्रकार सौर अनुसंधान
संचालक (ऑपरेटर) इसरो
वेबसाइट www.isro.gov.in/Aditya_L1.html
मिशन अवधि ५.२ वर्ष (योजनाबद्ध)[1]
अंतरिक्ष यान के गुण
बस आई-1के [उद्धरण चाहिए]
लॉन्च वजन 2,475 कि॰ग्राम (87,300 औंस)[2]
पेलोड वजन 244 कि॰ग्राम (8,600 औंस)[1]
अभियान
शुरुआत 2 September 2023 (2023-09-02), ११:५० IST (०६:२० UTC) (योजनाबद्ध)[3]
मिशन का आरंभ
रॉकेट ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान-एक्सएल
प्रक्षेपण स्थल सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र
ठेकेदार भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन
कक्षीय मापदण्ड
निर्देश प्रणाली भू-कक्षा
काल लाग्रंगियन बिंदु-1
अवधि 177.86 दिन[4]
उपकरण

क्या है आदित्य-एल१?

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आदित्य एल1 एक विशेष कक्षा से सूर्य का अध्ययन करेगा। यह पृथ्वी से लगभग 15 लाख किमी दूर लैग्रेंज पॉइंट 1 (एल1) नामक स्थान पर स्थित होगा, जो बिना किसी रुकावट के सूर्य के निरंतर अवलोकन की अनुमति देता है। अंतरिक्ष यान सूर्य की विभिन्न परतों और अंतरिक्ष मौसम पर इसके प्रभावों का अध्ययन करने के लिए कई उपकरण ले जाएगा। यह मिशन सौर गतिविधि और हमारे सौर मंडल पर इसके प्रभाव के बारे में बहुमूल्य वैज्ञानिक जानकारी प्रदान करेगा।[5]

आदित्य-एल1 (Aditya-L1) मिशन से क्या हासिल होगा?

इसरो का सूर्य मिशन आदित्य एल 1 सूर्य का अध्ययन करेगा। इसमें 7 पेलोड होंगे, जिनमें से 4 पेलोड सूर्य की निगरानी करेंगे और शेष तीन पेलोड एल1 पर कणों और क्षेत्रों का इन-सीटू अध्ययन करेंगे।[6]

पोलोड से कोरोनल हीटिंग, कोरोनल मास इंजेक्शन, प्री-फ्लेयर और फ्लेयर गतिविधियों की समस्याओं और विशेषताओं पर जानकारी इकट्ठा करने, अंतरिक्ष मौसम की गतिशीलता का अध्ययन करने की उम्मीद की जाती है। यदि आदित्य एल1 सफलतापूर्वक अपने लक्ष्य हासिल कर लेता है तो यह अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में एक नई यात्रा की शुरुआत होगी। जो मानवता के सुनहरे भविष्य की कहानी लिखेगा।[7]

मिशन के लक्ष्य

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आदित्य L1 मिशन के निम्नलिखित लक्ष्य हैं:

  • सूर्य के वायुमंडल और कोरोना के संरचना और गतिशीलता को समझना
  • सौर फ्लेयर्स और कोरोनाल मास इजेक्शन (CMEs) की उत्पत्ति और विकास को समझना
  • सौर गतिविधि और अंतरिक्ष मौसम के बीच संबंधों को समझना
  • सौर गतिविधि के प्रभावों को पृथ्वी के वातावरण और जलवायु पर समझना|

[8]

मिशन के उपकरण

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आदित्य L1 मिशन सात वैज्ञानिक उपकरणों से युक्त है-

  • सोलर कॉरोनल इमेजर (SCI): यह उपकरण सूर्य के कोरोना को चरम पराबैंगनी (EUV) प्रकाश में छवि देगा।
  • सोलर एक्स-रे स्पेक्ट्रोमीटर (SXS): यह उपकरण सूर्य के एक्स-रे स्पेक्ट्रम को मापेगा।
  • सोलर विंड प्लाज़्मा विश्लेषक (SWAP): यह उपकरण सौर हवा के प्लाज़्मा को मापेगा।
  • मैग्नेटोमीटर (MAG): यह उपकरण सूर्य के चुंबकीय क्षेत्र को मापेगा।
  • सोलर पार्टिकल मॉनिटर (SPM): यह उपकरण सौर ऊर्जा कणों को मापेगा।
  • इन-सीटू सोलर स्पेक्ट्रोमीटर (ISS): यह उपकरण सौर हवा के प्लाज़्मा और ऊर्जा कणों को इन-सीटू मापेगा।
  • [9]

    1. Somasundaram, Seetha; Megala, S. (25 August 2017). "Aditya-L1 mission" (PDF). Current Science. 113 (4): 610. डीओआइ:10.18520/cs/v113/i04/610-612. बिबकोड:2017CSci..113..610S. मूल (PDF) से 25 August 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 25 August 2017.
    2. International Space Conference and Exhibition – DAY 3 (video). Confederation of Indian Industry. 15 September 2021. घटना घटित होने का समय 2:07:36–2:08:38. अभिगमन तिथि 18 September 2021 – वाया YouTube.
    3. "Moon mission done, ISRO aims for the Sun with Aditya-L1 launch on September 2". The Indian Express. 28 August 2023. मूल से 28 August 2023 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 August 2023.
    4. Sreekumar, P. (19 June 2019). "Indian Space Science & Exploration : Global Perspective" (PDF). UNOOSA. पृ॰ 8. मूल से 30 June 2019 को पुरालेखित (PDF). अभिगमन तिथि 30 June 2019.
    5. "India's Ambitious Aditya-L1 Solar Probe to Launch on September 2: What to Know - Things in World" (अंग्रेज़ी में). 2023-09-01. मूल से 1 सितंबर 2023 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2023-09-01.
    6. "Exploring the Radiant Aditya L1 Mission to the Sun - Things in World" (अंग्रेज़ी में). 2023-08-30. अभिगमन तिथि 2023-08-31.[मृत कड़ियाँ]
    7. "Exploring the Radiant Aditya L1 Mission to the Sun - Things in World" (अंग्रेज़ी में). 2023-08-30. मूल से 30 अगस्त 2023 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2023-08-31.
    8. "Aditya L1 Kya hai ?" (अंग्रेज़ी में). 2023-08-30. मूल से 31 अगस्त 2023 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2023-08-31.
    9. "Aditya L1 Kya hai ?" (अंग्रेज़ी में). 2023-08-30. मूल से 31 अगस्त 2023 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2023-08-31.