आयरलैंड की जागीरदारी

(आयरलैंड की जगीरदारी से अनुप्रेषित)

आयरलैंड की जागीरदारी(आयरिश:Tiarnas na hÉireann) ११७७ से १५४२ के बीच आयरलैंड में विद्यमान सामंतवादी काल था, जोकि आयरलैंड पर नोएमन आक्रमण के बाद इंग्लैण्ड के राजा के अंदर शुरू हुआ था। इस काल के दौरान इंग्लैण्ड के राजा को आयरलैंड के अधिपति का दर्ज प्राप्त था, और आयरलैंड की ज़मीन पर इंग्लैंड के राजा के अधीन अनेक नॉर्मन सामंतों और जागीरदारों का कब्ज़ा था। आधिकारिक रूप से इस जागीरदारी को एक पेपल संपदा के रूप में, इंग्लैंड के राजा के अंतर्गत आधिकारित किया गया था।

आयरलैंड जागीरदारी
Dominium Hiberniae
Seigneurie d'Irlande
Tiarnas na hÉireann
इंग्लैंड के रजा की अधिपत्यता में आधिकारित जागीरदारी

 

 

 

1171–1542

कुलांक1

आयरलैंड का मानचित्र में स्थान
अंग्रेज़ी कब्ज़े वाला क्षेत्र(गुलाबी), अन्य क्षेत्र: गैलिक आयरलैंड; 1300.
राजधानी डबलिन2
भाषाएँ अंग्रेज़ी, आयरिश,
एंग्लो नॉर्मन, लैटिन
धार्मिक समूह रोमन कैथोलिक
शासन सामंतवादी राजतंत्र
अधिपति
 -  1171–1189 हेनरी द्वी॰ (प्रथम)
 -  1509–1542 हेनरी अष्टम् (अंतिम)
विधायिका संसद
 -  उच्च सदन हाउस ऑफ़ लॉर्ड्स
 -  निम्न सदन हाउस ऑफ़ कॉमन्स
ऐतिहासिक युग मध्यकाल
 -  नॉर्मन हमला 18 अक्टूबर 1171
 -  क्राउन ऑफ़ आयरलैंड ऍक्ट 1542
मुद्रा आयरिश पाउण्ड
आज इन देशों का हिस्सा है:  आयरलैंड
 ब्रिटेन3
1A commission of Edward IV into the arms of Ireland found these to be the arms of the Lordship. The blazon is Azure, three crowns in pale Or, bordure Argent. Typically, bordered arms represent the younger branch of a family or maternal descent.[1][2]
2Although Dublin was the capital, parliament was held in other towns at various times.
3उत्तरी आयरलैंड.
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हालाँकि, सैद्धान्तिक रूप से इस जागीर की भूमि पूरे आयरलैंड द्वीप पर थी, परंतु वास्तविक रूप से पूरे द्वीप पर राजा का संपूर्ण कब्ज़ा नहीं था, और ऐसे अनेक क्षेत्र थे, जिनपर स्थानीय गैलिक सरदारों और अधिपतिगण का कब्ज़ा था। अंग्रेज़ी हुकूमत के अधीन क्षेत्र का आकार अनेकों बार घटता-बढ़ता था, तथा कई क्षेत्र अंग्रेजों की पहुँच से पूर्णतः बहार थे।

सामंतवाद की ढीली व्यवस्था के कारण नॉर्मन सामंतों को काफी कार्यकारी स्वतंत्रता प्राप्त थी, और कई सामंतों ने स्वयं के लिए ज़मींदारी सामान अधिकार जमा लिया था। और स्थानीय गैलिक राजाओं की सामान शक्ति हासिल कर ली थी।


इन्हें भी देखें

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  1. Perrin, WG; Vaughan, Herbert S (1922), British Flags. Their Early History and their Development at Sea; with an Account of the Origin of the Flag as a National Device, Cambridge, ENG, UK: Cambridge University Press, पपृ॰ 51–2.
  2. Chambers's Encyclopædia: A Dictionary of Universal Knowledge, 1868, पृ॰ 627, The insignia of Ireland have variously been given by early writers. In the reign of Edward IV, a commission appointed to enquire what were the arms of Ireland found them to be "three crowns in pale". It has been supposed that these crowns were abandoned at the Reformation, from an idea that they might denote the feudal sovereignty of the pope, whose vassal the king of England was, as lord of Ireland.

बाहरी कड़ियाँ

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