आयेशा लेमु

ब्रिटिश मूल की लेखक और धार्मिक शिक्षिका

आयेशा लेमु (जन्म: ब्रिजेट आयेशा हनी[1], 5 जनवरी 1940 - 2019; इंग्लिश: Aisha Lemu) ब्रिटिश मूल की लेखक और धार्मिक शिक्षिका थी।

आयेशा लेमु ने इंग्लिश को विदेशी भाषा के रूप में पढ़ाने के लिए स्नातकोत्तर योग्यता के लिए लंदन विश्वविद्यालय के एक कॉलेज में अध्ययन किया। वहीं सभी धर्मो का अध्ययन किया और इस्लाम धर्म से प्रभावित ही कर मुसलमान हो गयीं।
नाइजीरिया में अपना अधिकांश जीवन अपने पति के साथ धार्मिक गतिविधियों में बिताया।

पुस्तकें

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कई भाषाओं का ज्ञान रखती थी, इंग्लिश के बाद अरबी भाषा भी सीखी और कई पुस्तकें लिखी।
प्रथम पुस्तक "विद्यार्थी का इस्लाम से परिचय" के पश्चात महिलाओं की शिक्षा[2]पर केंद्रित पुस्तकें लिखीं।

मुख्य उपलब्धि

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1985 में आयेशा लेमू ने मुस्लिम महिलाओं के साथ नाइजीरिया में मुस्लिम महिला संघों की फेडरेशन (FOMWAN) की स्थापना की और चार वर्षों के लिए प्रथम राष्ट्रीय अमीरा के रूप में चुनी गई।[3]

5 जनवरी 2019 को नाइजीरिया में आयेशा लेमू की मृत्यु हो गई। 

बाहरी कड़ियाँ

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इन्हें भी देखें

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  1. डा. अब्दुल, ग़नी फारूक (2008). श्रीमती आयशा ब्रिजेट हनी (प्रथम संस्करण). दिल्ली: मधुर संदेश संगम. पृ॰ 267 से 273. मूल से 16 सितंबर 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 6 जून 2020.
  2. "'Education Should Be Priority of All Muslim Women'-Aisha Lemu. | HighBeam Business: Arrive Prepared". business.highbeam.com. मूल से 2014-01-04 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2017-10-30.
  3. Nawab, Suraiya (1997). The contribution of women to Muslim Society: a study of selected autobiographical and bibliographical literature (PDF). Johannesburg: Rand Afrikaans University. मूल (PDF) से 2014-01-06 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2017-10-30.