इमदाद इमाम असर
सय्यद इमदाद इमाम असर नवाब (17 अगस्त 1849-17 अक्टूबर 1933) पटना, बिहार के एक भारतीय कवि, आलोचक और लेखक थे।[1] वे पटना कॉलेज में इतिहास और अरबी के प्रोफेसर थे।[2][3][4]
सय्यद इमदाद इमाम असर नवाब | |
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जन्म |
इमदाद इमाम 17 August 1849 कराई परसुराई, बिहार |
मौत |
17 October 1933 अब्बगिला, गया जिला, बिहार |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
जाति | सय्यद |
पेशा | लेखक |
धर्म | इस्लाम |
बच्चे | सय्यद अली इमाम, सय्यद हसन इमाम |
संबंधी | रशीद उन निसा (बहन) |
व्यक्तिगत जीवन
संपादित करेंअसर का जन्म 17 अगस्त 1849 को सय्यद वाहिदुद्दीन बहादुर नाम के शम्सुल उलमा से बिहार में पटना के पास करईपार सुरई में हुआ था, जो अब नालंदा जिले के हिलसा में है।
असर की बहन रशीद उन निसा को उर्दू भाषा की पहली भारतीय महिला उपन्यासकार माना जाता है।
हैदराबाद राज्य के प्रधान मंत्री, सय्यद अली इमाम और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष सय्यद हसन इमाम दोनों असर के बेटे थे।[5]
संदर्भ
संपादित करें- ↑ "इम्दाद इमाम असर की परिचय | रेख़्ता". Rekhta. अभिगमन तिथि 2023-04-26.
- ↑ "Imdad Imam Asar award |" (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2023-04-26.
- ↑ "The forgotten litterateur | Literati | thenews.com.pk". www.thenews.com.pk (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2023-04-26.
- ↑ www.etvbharat.com https://www.etvbharat.com/english/national/bharat/awadhesh-singh-takes-care-of-tomb-of-imdad-imam-asar/na20220329205347613. अभिगमन तिथि 2023-04-26. गायब अथवा खाली
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(मदद) - ↑ "दिल्ली को राजधानी बनाने का सर अली इमाम ने दिया था प्रस्ताव". Dainik Jagran. अभिगमन तिथि 2023-04-26.