ईडविग, इंग्लैंड का राजा

ईडविग, ''Eadwig, अन्य वर्तनी ऍडविग, ऍडवी (मृत्यु 1 अक्टूबर 959), सामान्यत: जिसे द ऑल फेयर (भोलाभाला) भी कहते हैं,[1] ९५५ ई. से ९५९ ई. में अपनी मृत्यु तक अंग्रेजों का राजा था।

ईडविग
चौदहवीं शताब्दी के उत्तराद्ध में ऍडविग - Genealogical Roll of the Kings of England
अंग्रेजों का राजा
कार्यकाल23 नवंबर 955 – 1 अक्तूबर 959
पूर्ववर्तीईडरेड
उत्तरवर्तीएडगर
जन्म941?
वेसेक्स, इंग्लैंड
निधनअक्टूबर 1, 959 (approx. 18)
ग्लूसेस्टर, इंग्लैंड
समाधि
जीवनसंगीऍल्फगिफु (तलाक)
घरानावेसेक्स
पिताएडमंड, इंग्लैंड का राजा
माताशाफ्ट्सबरी की ऍल्फगिफु
धर्मकैथोलिक (सुधार पूर्व)

एडमंड प्रथम और उनकी रानी शाफ्ट्सबरी की ऍल्फगिफु का ज्येष्ठ पुत्र ईडविग अपने चाचा ईडरेड की मृत्यु के पश्चात सन ९५५ में इंग्लैंड का राजा बना। उसका लघु शासन गिरिजाघर के पादरियों और अन्य कुलीन व्यक्तियों जैसे डंस्टन और प्रमुख पादरी ओडा के साथ झगडों के कारण प्रख्यात रहा।

ईडविग का सिक्का

ईडविग की चार वर्षों के लघु शासन के बाद सन् 959 में मृत्यु हो गयी। उसे राजधानी विनचेस्टर में दफनाया गया। उसका भाई शांतिदूत एडगर उसका उत्तराधिकारी बना।

इंग्लैंड पर शासन संपादित करें

विवाह टूटना संपादित करें

ईदविग और ऍल्फगिफु के विवाह की समाप्ति उनकी मर्जी के खिलाफ़ डन्सटन के सहयोगियों और समर्थकों की राजनीतिक साजिश का परिणाम थी। यह असामान्य था क्योंकि पति-पत्नी अलग होना नहीं चाहते थे। गिरिजाघर उस समय एक ही पूर्वज के वंशजों (सात पीढियों तक) के बीच वैवाहिक संबंधों को मान्यता नहीं देता था।[2] (सन् 1215 में इसे घटाकर ४ पीढ़ी तक कर दिया गया।)

 
ईडविग के राज्याभिषेक की दावत के समय डन्स्टन का राजा एडवी के सामने असभ्य व्यवहार।, थॉमस मोर्टीमर की पुस्तक न्यू हिस्ट्री ऑफ़ इंग्लैंड के पहले संस्करण के आधार पर सैमुअल वेल द्वारा चित्रण।

राज्य का बिखराव संपादित करें

तडीपार के अपने दिनों में डन्सटन फ्लैन्डर्स के बेनेडिक्टाइनों से बहुत प्रभावित हुआ। पूर्वी एंग्लिया में एक डन्स्टन और बेनेडिक्टाइन्स समर्थक दल का निर्माण शुरु हुआ जो ईदविग के छोटे भाई एड्गर का समर्थन करने लगी। राजा के आदेशों से असहमत और प्रमुख पादरी कैंटरबरी के ओडा से समर्थन प्राप्त मर्सिया और नॉर्थम्ब्रिया के थेनेसों की निष्ठा राजा के बजाए उसके छोटे भाई एड्गर के प्रति हो गई। सन् 957 में देश को गृह युद्ध से बचाने के लिये कुलीन घरानों ने साम्राज्य को थेम्स नदी के किनारों पर बांटने का फैसला लिया। ईडविग को थेम्स के दक्षिण में वेसेक्स और केंट जबकि एड्गर को थेम्स के उत्तर में शासन करने की आज्ञा मिली।

स्वभाव संपादित करें

ईडविग अपने दयालु स्वभाव व भूमि दान करने के लिये जाना जाता था। सिर्फ ९५६ ई० में ही उसने आंग्ल-सैक्सन भूमि का ५% हिस्सा दान कर दिया था। उसकी भूमि दान करने की यह सहृदता कुछ हद तक उसकी राजनीतिक असुरक्षा की भावना को भी दर्शाती है।[3]

ईडविग की ९५९ ई० में अज्ञात कारणों से मृत्यु हो गयी, उसके बाद उसके भाई शांतिदूत ईडगर ने सत्ता संभाली और राज्य को एकजुट किया।

कला और साहित्य में संपादित करें

ईदविग के शासन काल को ब्रिटिश कलाकारों ने अठ्ठारहवीं शताब्दी में याद करना शुरु किया जब इसे १८५० के आसपास चित्रों, नाट्यमंचन और नाटकों में दर्शाना शुरु किया गया। विलियम ब्रोमली, विलियम हैमिल्टन , विलियाम दाइस, रिचर्द डाड और थॉमस रूड्स इत्यादि ने ईदविग और उसके शासनकाल से संबंधित कई चित्र बनाये। थॉमस सेडविक व्हैली, थॉमास वारविक, फ्राँसिस बर्नी इत्यादि ने साहित्यिक रचनाएँ की।[4]

इन्हें भी देखें संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "Britain Express - English Monarchs". मूल से 23 जुलाई 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 जुलाई 2016.
  2. Constance B. Bouchard, 'Consanguinity and Noble Marriages in the Tenth and Eleventh Centuries', Speculum, Vol. 56, No. 2 (Apr., 1981), pp. 269-70
  3. Chris Wickham. "'Problems in Doing Comparative History'". Challenging the Boundaries of Medieval History: The Legacy of Timothy Reuter, Patricia Skinner (ब्रेपोल्स 2009 संस्करण). पृ॰ pp. 19-20.सीएस1 रखरखाव: फालतू पाठ (link)
  4. साँचा:Cite ODNB

बाहरी कड़ियाँ संपादित करें

राजसी उपाधियाँ
पूर्वाधिकारी
ईडरेड
अंग्रेजों का राजा
955–959
उत्तराधिकारी
एडगर