अतिवाद का शाब्दिक अर्थ है अतिवाद या चरमवाद का शाब्दिक अर्थ है अति तक (किसी चीज को) ले जाना। इस शब्द का प्रयोग धार्मिक और राजनीतिक विषयमें ऐसी विचारधारा के लिये होता है जो मुख्यधारा समाज के नजरिए में स्वीकार्य नहीं है। चरमवाद या चरमपन्थ या फिर उग्रवाद (extremism) का अक्षरशः अर्थ हैं “(किसी को) परिसीमा तक, चरम तक ले जाना” या “चरम होने की गुणवत्ता या अवस्था, चरम उपायों या विचारों की वक़ालत करना”। आजकल, इस शब्द का ज़्यादातर प्रयोग राजनीतिक या धार्मिक अर्थ में उस विचारधारा के लिये होता हैं, जो (वक्ता या किसी अन्तर्निहित साझी सामाजिक सहमति द्वारा) समाज की स्वीकार्य मुख्य धारा की अभिवृत्तियों से काफ़ी दूर मानी जाती हैं। तक (किसी चीज को) ले जाना। इस शब्द का प्रयोग धार्मिक और राजनीतिक विषय में ऐसी विचारधारा के लिये होता है जो मुख्यधारा समाज के नजरिए में स्वीकार्य नहीं है।[1] चरमवाद या चरमपन्थ या उग्रवाद (अंग्रेज़ी: extremism) का अक्षरशः अर्थ हैं "(किसी को) परिसीमा तक, चरम तक ले जाना" या "चरम होने की गुणवत्ता या अवस्था, चरम उपायों या विचारों की वक़ालत करना"।[2][3] आजकल, इस शब्द का ज़्यादातर प्रयोग राजनीतिक या धार्मिक अर्थ में उस विचारधारा के लिये होता हैं, जो (वक्ता या किसी अन्तर्निहित साझी सामाजिक सहमति द्वारा) समाज की स्वीकार्य मुख्य धारा की अभिवृत्तियों से काफ़ी दूर मानी जाती हैं।

इन्हें भी देखें

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  1. "राष्ट्रपति की अपील, शांति के लिए अतिवाद से बचें". वन इंडिया. मूल से 4 मार्च 2016 को पुरालेखित. पाठ " 2015" की उपेक्षा की गयी (मदद)
  2. "Extremism - definition of extremism by The Free Dictionary". The Free Dictionary. मूल से 8 दिसंबर 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 4 December 2015.
  3. "Definition of extremism by Merriam-Webster". Merriam-Webster Dictionary. मूल से 18 दिसंबर 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 4 December 2015.