उच्चतापसह धातु (Refractory metal, अर्थ: ऊंचा तापमान सहने वाली धातु) धातुओं की एक श्रेणी है जो अत्यधिक सख़्त होती हैं और बिना आकार खोये ऊँचा तापमान सह सकती हैं। इस श्रेणी में कौन-सी धातु शामिल है और कौन-सी नहीं इस बात को लेकर वैज्ञानिकों में मतभेद है, लेकिन आमतौर पर आवर्त सारणी (पीरियोडिक टेबल) की ५वीं कतार के दो तत्व - नायोबियम (Nb) व मोलिब्डेनम (Mo) - और ६ठीं कतार के तीन तत्त्व - टैंटेलम (Ta), टंग्स्टन (W) व रीनियम (Re) - इसमें शामिल माने जाते हैं। इन सभी का पिघलाव तापमान २००० °सेंटीग्रेड से अधिक होता है और साधारण तापमान पर यह सभी अधिक कठोरता प्रदर्शित करते हैं। यह अन्य तत्वों के साथ रासायनिक अभिक्रियाओं (रियेक्शन) में भी असानी से भाग नहीं लेते और अपनी शुद्धता बनाये रखते हैं। इन कारणों से औज़ारों और औद्योगिक प्रयोगों के लिये यह बहुत भरोसेमंद होते हैं।[1][2]

सन्दर्भ संपादित करें

  1. Metals, Behavior Of; Wilson, J. W (1965-06-01). "General Behaviour of Refractory Metals". Behavior and Properties of Refractory Metals. pp. 1–28. ISBN 978-0-8047-0162-4.
  2. Bauccio, Michael; American Society for Metals (1993). "Refractory metals". ASM metals reference book. ASM International. pp. 120–122. ISBN 978-0-87170-478-8.