उदयपुर के शासक ने जल के महत्त्व को समझते हुए कई बांधों और जलकुण्डों का निर्माण करवाया था। ये कुण्ड तत्कालीन समय के विकसित इंजीनियरिंग का उत्कृष्ट नमूना हैं। पिछोला झील, दूध थाली, गोवर्धन सागर, कुमारी तालाब, रंगसागर झील, स्वरूप सागर तथा फतेह सागर झील यहां की सात प्रमुख झीलें हैं। इन्हें सामूहिक रूप से उदयपुर की सात बहनों के नाम से जाना जाता है। ये झीलें कई शताब्दियों से उदयपुर की जीवनरेखा हैं। ये झीलें एक-दूसरें से जुड़ी हुई हैं। एक झील में पानी अधिक होने पर उसका पानी अपने आप दूसरे झील में चला जाता है।