उस्मान प्रथम
उस्मान प्रथम या उस्मान ग़ाज़ी (उस्मानी तुर्की: عثمان بن ارطغرل, 'उस्मान बिन एर्तुग़रुल'; तुर्कीयाई: I. Osman, एव्वेला ओस्मान; 1258–1326) उस्मान सल्तनत और उस्मानी शाही ख़ानदान के संस्थापक थे। उनकी सल्तनत का शासनकाल छह सदियों तक रहा था।
सल्तनत की स्थापना
संपादित करेंउस्मान के वालिद अर्तुग़रुल ने कायी तुर्कों के साथ मंगोलिया की सरज़मीन को छोड़कर अनातोलिया में स्थानांतरण किया। इनकी वालदा का नाम हलीमा था। उन्होंने वहाँ की सेल्जुक तुर्क रूमी सल्तनत से वफ़ादारी निभाई, बाद में इस सल्तनत ने अर्तुग़रुल को अपनी अमीरात का निर्माण करने हेतु अनुमति दी। आगे चलकर अर्तुग़रुल ने पड़ोसी बाइज़ेण्टाइन राज्यों पर विजय प्राप्तकर अपनी अमीरात की सीमाओं का विस्तार किया।
उस्मान ने अपने वालिद का स्थान लेकर उनकी अमीरात की सीमाओं का अधिक विस्तार किया। समस्त इस्लामी विश्व से आवेशपूर्ण मुस्लिम सैनिकों ने उस्मान की सेना में शामिल हुए ताकि वे सब मिलकर बाइज़ेण्टाइन साम्राज्य पर क़ब्ज़ा पा सके। उस्मान के अन्तिम सैन्य अभियान बाइज़ेण्टाइन शहर बुर्सा पर था।[1]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ The Fall of Constantinople 1453, deur Steven Runciman, bl. 33