एस. एल. शकधर
इस लेख को विकिफ़ाइ करने की आवश्यकता हो सकती है ताकि यह विकिपीडिया के गुणवत्ता मानकों पर खरा उतर सके। कृपया प्रासंगिक आन्तरिक कड़ियाँ जोड़कर, या लेख का लेआउट सुधार कर सहायता प्रदान करें। (मार्च 2017) अधिक जानकारी के लिये दाहिनी ओर [दिखाएँ] पर क्लिक करें।
|
इस लेख में सन्दर्भ या स्रोत नहीं दिया गया है। कृपया विश्वसनीय सन्दर्भ या स्रोत जोड़कर इस लेख में सुधार करें। स्रोतहीन सामग्री ज्ञानकोश के लिए उपयुक्त नहीं है। इसे हटाया जा सकता है। (मार्च 2017) स्रोत खोजें: "एस. एल. शकधर" – समाचार · अखबार पुरालेख · किताबें · विद्वान · जेस्टोर (JSTOR) |
1980 की एक प्रमुख घटना ये थी की श्रीमती इंदिरा गाँधी ने चुनाव के दौरान फर्जी वोट डलवाए जिसमे वो विजयी रहीं उस समय मुख्य चुनाव आयुक्त शकधर को जब ये बात पता चली तो उन्होंने तुरंत उन्हें आदेश दिया की आप दिल्ली पहुचें और जब इंदिरा गाँधी दिल्ली पहुची तो उन्हें गिरफ़्तारी का आदेश दे दिया गया और योग से थाने तक उनको पैदल मार्च करवाया गया। उसके बाद पुनः चुनाव हुए लेकिन इस बार भी इंदिरा गाँधी विजयी हुयी और उन्होंने चुनाव आयुक्त में एक सदस्यीय को त्रिसदास्यीय बनाया और कहा की जब तक बहुमत नहीं होगा तब तक निर्वाचन योग फैसला नहीं लेगा। अर्थात बहुमत से सभी निर्णय संभव होंगे।