अबुल कासिम फजलुल हक (26 अक्टूबर 1873-27 अप्रैल 1962)[1]; 20वीं शताब्दी के एक बंगाली वकील, कानून निर्माता और राजनेता थे। हक ब्रिटिश भारत में और बाद में पाकिस्तान (पूर्वी पाकिस्तान सहित, जो अब बांग्लादेश है) में एक प्रमुख राजनीतिक व्यक्ति था। वह कलकत्ता उच्च न्यायालय और ढ़ाका के उच्च न्यायालय में सबसे प्रतिष्ठित वकीलों में से एक थे। बेकरगंज में पैदा हुए, वह कलकत्ता विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र थे। उन्होंने क्षेत्रीय सिविल सेवा में काम किया और 1906 में पूर्वी बंगाल और असम से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की।

शेर-ए-बांग्ला
শের-এ-বাংলা

अबुल कासिम फजलुल हक
আবুল কাশেম ফজলুল হক

पद बहाल
1 अप्रैल 1937 – 29 मार्च 1943
गर्वनर जनरल लार्ड लिनलिथगो
राज्यपाल माइकल नचबुल
जॉन आर्थर हरबर्ट
पूर्वा धिकारी पद स्थापित
उत्तरा धिकारी सर खवाजा नज़ीमुद्दीन

तीसरे पूर्वी बंगाल के मुख्यमंत्री
पद बहाल
3 अप्रैल 1954 – 29 मई 1954
राज्यपाल चौधरी खलीक्वज़मान इस्कंदर मिर्जा
पूर्वा धिकारी नूरुल अमीन
उत्तरा धिकारी अबू हुसैन सरकार

5वें पाकिस्तान के गृह मंत्री
पद बहाल
11 अगस्त 1955 – 9 मार्च 1956
प्रधानमंत्री चौधरी मुहम्मद अली
पूर्वा धिकारी इस्कंदर मिर्जा
उत्तरा धिकारी अब्दुस सत्तार

दूसरे पूर्वी बंगाल के राज्यपाल
पद बहाल
मार्च 1956 – 13 अप्रैल 1958
राष्ट्रपति इस्कंदर मिर्जा
पूर्वा धिकारी मीरुद्दीन अहमद
उत्तरा धिकारी सुल्तानुद्दीन अहमद

जन्म 26 अक्टूबर 1873
बेकरगंज, बंगाल प्रेसीडेंसी, ब्रिटिश भारत
(वर्तमान में बारीसाल, बांग्लादेश)
मृत्यु 27 अप्रैल 1962(1962-04-27) (उम्र 88 वर्ष)
ढ़ाका, पूर्वी पाकिस्तान,
(वर्तमान में ढ़ाका, बांग्लादेश)
समाधि स्थल तीन नेताओं का मकबरा
जन्म का नाम अबुल कासिम फजलुल हक
नागरिकता ब्रिटिश भारत (1873–1947)
पाकिस्तान के अधिराज्य (1947–1956)
पूर्वी पाकिस्तान (1956–1962)
राजनीतिक दल बंगाल प्रांतीय मुस्लिम लीग, अखिल भारतीय मुस्लिम लीग, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, कृषक श्रमिक पार्टी
जीवन संगी खुर्शीद बेगम
जन्नतुनिसा बेगम
मुसम्मत खादिजा बेगम
बच्चे ए. के. फेजुल हक
शैक्षिक सम्बद्धता कलकत्ता विश्वविद्यालय


  1. Gandhi, Rajmohan (1986). Eight Lives. SUNY Press. पपृ॰ 189–190. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 0-88706-196-6.