ऐलिस प्रयोग का पूर्ण नाम ए लार्ज आयन कोलाइडर एक्सप्रिमेंट जिसका हिन्दी अनुवाद एक विशाल आयन संघट्ट प्रयोग (अंग्रेज़ी: A Large Ion Collider Experiment (ALICE)) है। यह सर्न लार्ज हैड्रान कोलाइडर नामक त्वरक पर आँकड़े इकट्ठा करने वाले ७ कण भौतिकी प्रयोगो में से एक है। यह भारी आयनों की टक्कर के अध्ययन के लिए इष्टतम है।

वृहद हैड्रॉन संघट्टक
(एलएचसी)
एलएचसी प्रयोग
एटलस ए टोरोइडल एलएचसी एपरेटस
(एक टोरोइड एलएचसी उपकरण)
सीएमएस कॉम्पैक्ट म्यूऑन सोलेनोइड
(सुसम्बद्ध म्यूऑन परिनालिका)
एलएचसी-बी एलएचसी-ब्यूटी
ऐलिस ए लार्ज आयन कोलाइडर एक्सप्रिमेंट
(एक विशाल आयन संघट्ट प्रयोग)
टोटेम टोटल क्रॉस सेक्शन, इलास्टिक स्केट्रिंग एण्ड डिफ्रेक्सन डिसोशियशन (कुल अनुप्रस्थकाट क्षेत्र, प्रत्यास्थ प्रकिर्णन और विवर्तन वियोजन)
एलएचसी-एफ एलएचसी-फॉरवर्ड
मोएडल मोनोपोल एण्ड एग्जोटिक्स डिटेक्टर अट द एलएचसी (एलएचसी पर एकल ध्रुव व विलक्षण संसूचक)
एलएचसी पूर्व त्वरक
p (प्रोटॉन) और Pb (सीसा) प्रोटॉनों (रेखिक त्वरक 2) और सीसे (रेखिक त्वरक 3) के लिए रैखिक कण त्वरक
(चिह्नित नहीं) प्रोटॉन सिंक्रोट्रॉन बूसटर
पीएस प्रोटॉन सिंक्रोट्रॉन
एसपीएस सुपर प्रोटॉन सिंक्रोट्रॉन

भौतिक उद्देश्य संपादित करें

इस प्रयोग को भारी आयनों की टक्कर के अध्ययन के लिए निर्मित किया गया है। इसकी सहायता क्वार्क-ग्लुओन प्लाज्मा का अध्ययन किया जाता है जो पदार्थ की चार मूल अवस्थावों (ठोस, द्रव, गैसप्लाज़्मा) से भिन्न है।

संसूचक परिचय संपादित करें

आँकड़े विश्लेषण संपादित करें

इस प्रयोग के आँकड़ों को विश्लेषित करने के लिए सर्न द्वारा विकसित अलिरूट (ALIROOT) नामक संसूचक विशेष सॉफ्टवेयर का में लिया जाता है। यह रूट का संसूचक के लिए विशेष रूप से दिशात्मक संशोधन किया गया सॉफ्टवेयर है।

उपलब्धियाँ संपादित करें

अगस्त २०१२ में ऐलिस प्रयोग के वैज्ञानिकों ने दावा किया कि उनके प्रयोग ने ५.५×१०१२ (५.५ टेरा) डिग्री ताप के साथ क्वार्क-ग्लूऑन प्लाज्मा का निर्माण किया, जो कि किसी भी प्रयोग द्वारा आजतक प्राप्त अधिकतम तापमान है।[1]

सन्दर्भ संपादित करें

  1. याहू समाचार Archived 2012-08-18 at the वेबैक मशीन - नेचर (पत्रिका) - सर्न के वज्ञानिकों ने आज तक का अधिकतम मानव निर्मित तापमान प्राप्त किया।

बाहरी कड़ियाँ संपादित करें