एल्केन में अंतिम कार्बन से जुड़े दो हाइड्रोजन परमाणुओं को एक ऑक्सीजन परमाणु द्वारा विस्थापित करने पर जो कार्बनिक यौगिक प्राप्त होता है उसे एल्डिहाइड (सुव्युद) कहते हैं। दूसरे शब्दों में, जिन कार्बनिक यौगिकों में −CHO प्रकार्यात्मक समूह होता है उन्हें एल्डिहाइड (aldehyde) या एल्कानल (alkanal) कहते हैं। सामने के चित्र में -R समूह को छोड़कर जो शेष बचता है वह ऐल्डिहाइड समूह है, जिसे फॉर्मिल समूह (formyl group) भी कहते हैं। कार्बनिक रसायन में ऐल्डिहाइडों की बहुलता है। कई सुगंधित रसायन ऐल्डिहाइड ही होते हैं। किसी एल्डिहाइड में कम से कम एक -CHO ग्रूप पाया जाता है। फार्मल्डिहाइड (1 कार्बन परमाणु), एसिटल्डिहाइड (2 कार्बन परमाणु) , प्रोपेनल्डिहाइड (3 कार्बन परमाणु) प्रमुख एल्डिहाइड हैं।

एल्डिहाइड ग्रूप
फॉर्मेल्डिहाइड, जो सबसे सरल ऐल्डिहाइड है
गिसरेल्डिहाइड

इनका सामान्य सूत्र (R-CHO) होता है। जहाँ R का मतलब एल्केन अथवा एरील श्रृंखला से है, तथा CHO एल्डिहाइड समूह की उपस्थिति को दर्शाता है। एल्डिहाइड समूह दो प्रकार से देखा जा सकता है। प्रथम एल्केन श्रृंखला के किसी एक छोर पर CHO ग्रुप जिसे एल्केनएल्डिहाइड (साधारण नाम) अथवा बेंजीन के किसी भी छोर (mainly on ortho position) जुड़े एल्डिहाइड ग्रुप को बेंजेल्डिहाइड के नाम से पहचाना जा सकता है।

प्राप्ति एवं उपयोग

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महत्वपूर्ण ऐल्डिहाइड और उनसे सम्बन्धित यौगिक; ऐल्डिहाइड समूह को लाल रंग में दर्शाया गया है। बायें से दायें: (1) फॉर्मल्डिहाइड तथा (2) इसका ट्रिमर 1,3,5-trioxane, (3) acetaldehyde and (4) its enol vinyl alcohol, (5) glucose (pyranose form as α-D-glucopyranose), (6) the flavorant cinnamaldehyde, (7) the visual pigment retinal, and (8) the vitamin pyridoxal.