ओंगोल गाय भारत की एक दोहरे उद्देश्य से उपयोग में ली जाने वाली नस्ल (Dual Purpose Breed) है, जिसे मुख्य रूप से दुग्ध उत्पादन और कृषि कार्यों में भारवाहन के लिए पाला जाता है। इसका जन्म स्थान भारत के आंध्र प्रदेश राज्य के ओंगोल तालुक से है, जो पहले नेल्लोर जिले का हिस्सा था लेकिन वर्तमान में प्रकाशम जिले में आता है। इस नस्ल की विशेषता यह है कि यह न सिर्फ अच्छा दूध देती है, बल्कि बोझा ढोने, कृषि कार्यों के लिए भी बहुत उपयोगी मानी जाती है।

सन 1868 में ब्राज़ील देश ने ओगोल गाय को आयात किया और इसे अपनी स्थानीय गायों के साथ क्रॉसब्रीडिंग करके एक नई नस्ल विकसित की, जिसका नाम आंध्रप्रदेश के नेल्लोर जिले के नाम पर 'नेल्लौर गाय' रखा गया।[1]

इन्हें भी देखें

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संदर्भ सूची

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  1. "Ongole Cattle - Oklahoma State University". breeds.okstate.edu (अंग्रेज़ी में). 2021-07-19. अभिगमन तिथि 2024-10-02.