ओरछा राज्य
ओरछा राज्य जिसे 'टीकमगढ़' भी कहते हैं[1] बुन्देलखण्ड क्षेत्र में स्थित एक राज्य था जो भारत में ब्रितानी शासनकाल में एक देशी राज्य के रूप में संस्थित था। इस राज्य का वर्तमान समय के मध्य प्रदेश में पड़ता है।
ओरछा राज्य | |||||||
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देशी राज्य of भारत | |||||||
1531–1950 | |||||||
'इम्पीरियल गजेटियर ऑफ इंडिया' में ओरछा राज्य | |||||||
Capital | ओरछा, टीकमगढ़ | ||||||
Area | |||||||
• 1908 | 5,400 कि॰मी2 (2,100 वर्ग मील) | ||||||
Population | |||||||
• 1908 | 321,364 | ||||||
History | |||||||
• Established | 1531 | ||||||
• भारतीय संघ में विलय | 1950 | ||||||
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Today part of | भारत |
ओरछा के चतुर्भुज मंदिर का निर्माण ओर्छा की रानी ने कराया था। उस समय इस क्षेत्र में अकबर का शासन था। [2]। इसी प्रकार वहाँ के राज मन्दिर का निर्माण मधुकरसाह बुन्देला ने १५५४ से १५९१ की अवधि में कराया था।[3] सन १८११ में, ईस्ट इंडिया कम्पनी के राज में ओरछा राज्य बुन्देखण्ड एजेन्सी का भाग बन गया। भारत के सन १९४७ में स्वतंत्र होने के पश्चात सन १९५० में ओरछा राज्य का भारतीय संघ में विलय हो गया।
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Imperial Gazetteer of India. 19. Clarendon Press. 1908. पृ॰ 241. मूल से 3 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2 अगस्त 2020.
- ↑ "Chaturbhuj Temple, Orchha". British Library. मूल से 21 जनवरी 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 26 March 2015.
- ↑ "Fort and Palace at Orchha". British Library. मूल से 2 अप्रैल 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 26 March 2015.