कभी ना कभी
कभी ना कभी सन् 1998 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। इसे प्रियदर्शन ने निर्देशित किया है। इसमें अनिल कपूर, जैकी श्रॉफ और पूजा भट्ट मुख्य भूमिका में हैं। इसका फिल्मांकन 1994 में शुरू हुआ था। लेकिन यह 17 अप्रैल 1998 को सिनेमाघरों में जारी हुई।[2] इस फिल्म को आलोचकों से नकारात्मक समीक्षा मिली थी।[3]
कभी ना कभी | |
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कभी ना कभी का पोस्टर | |
निर्देशक | प्रियदर्शन |
लेखक | जावेद अख्तर |
निर्माता | आर॰ मोहन |
अभिनेता |
अनिल कपूर, जैकी श्रॉफ, पूजा भट्ट |
संगीतकार | ए॰ आर॰ रहमान |
वितरक | एरोस इंटरनेशनल |
प्रदर्शन तिथियाँ |
17 अप्रैल, 1998[1] |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
संक्षेप
संपादित करेंकचरा सेठ (परेश रावल) का वैसे तो काम कचरा इकट्ठा करने का है। लेकिन वह उसके पीछे ड्रग तस्करी जैसे दूसरे धंधे करता है। वह कुछ चुनिंदा लोगों को अपने गोरख धंधे के कामों को अंजाम देने के लिए भर्ती करता रहता है। उसके भर्ती किए गए लोगों में से एक जग्गू (जैकी श्रॉफ) है। जग्गू टीना (पूजा भट्ट) से प्यार करता है। लेकिन वह उसे बताने से डरता है। जब जग्गू की माँ अस्पताल में भर्ती होती है, तो वह पैसे मांगने के लिये कचरा सेठ के पास आता है। वह उसे एक काम सौंपता है। लेकिन उसे काम के बीच में ही पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया जाता है। बाद में उसे दोषी पाया जाता है और जेल भेज दिया जाता है। जग्गू की जगह राजेश्वर उर्फ़ राजा (अनिल कपूर) ले लेता है। वह टीना को कचरा सेठ के गुंडों में से एक छबीले से बचाता है और वे प्यार में पड़ जाते हैं।
जब जग्गू जेल से लौटता है, तो उसे पता चलता है कि उसकी माँ मर चुकी है। वहीं उसकी बहन लापता है और माना जाता है कि उसने खुदकुशी कर ली है। गुस्से में, वह उस लाइब्रेरियन को मारने की पूरी योजना बनाता है जिसने उसे पकड़वाया था। वो ऐसा कर भी लेता है। लेकिन जग्गू को नहीं पता होता है कि वह लाइब्रेरियन राजा का पिता (आलोक नाथ) है। अब राजा अपने पिता के हत्यारे को पकड़ने की कसम खाता है। जब कचरा सेठ को राजा और जग्गू की दुश्मनी के बारे में पता चलता है, तो वह अपने गुंडों का भी इस्तेमाल करता है। लेकिन जब जग्गू की बहन ज़िंदा निकलती है तो राजा उसे गुंडों से बचाता है। अब जग्गू राजा को कचरा सेठ और उसके गुंडों से बचाने के लड़ता है। अंत में, राजा द्वारा कचरा सेठ को मारने के बाद जग्गू राजा की बाहों में मर जाता है।
मुख्य कलाकार
संपादित करें- जैकी श्रॉफ — जग्गू
- अनिल कपूर — राजेश्वर 'राजा'
- पूजा भट्ट — टीना
- परेश रावल — कचरा सेठ
- टिन्नू आनन्द — छबीले
- आलोक नाथ — राजेश्वर के पिता
- रोहिणी हट्टंगड़ी — टीना की मौसी
- सुकुमारी — जग्गू की माता
संगीत
संपादित करेंसभी गीत जावेद अख्तर द्वारा लिखित; सारा संगीत ए॰ आर॰ रहमान द्वारा रचित।
क्र॰ | शीर्षक | गायक | अवधि |
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1. | "मेरे दिल का वो" | आशा भोंसले | 5:42 |
2. | "मेरे यारा दिलदारा" | एस॰ पी॰ बालसुब्रमण्यम, हरिहरन, के॰ एस॰ चित्रा | 5:47 |
3. | "मिल गई मिल गई" | कुमार शानू, अलका यागनिक | 5:58 |
4. | "शुक्रिया तेरा" | एस॰ पी॰ बालसुब्रमण्यम | 6:51 |
5. | "तू ही तू" | एम॰ जी॰ श्रीकुमार, के॰ एस॰ चित्रा | 5:56 |
6. | "तुम हो मेरी निगाहों" | हरिहरन, सुजाता गोस्वामी | 5:31 |
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "Planet Bollywood: Film Review: Kabhi Na Kabhi". web.archive.org. 17 फरवरी 2005. मूल से 17 फ़रवरी 2005 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 30 जून 2024.
- ↑ "When Jackie Shroff Defended Suresh Menon & Blasted Film Producer On Kabhi Na Kabhi Sets". MensXP (अंग्रेज़ी में). 17 अप्रैल 2023. अभिगमन तिथि 30 जून 2024.
- ↑ "Movie review: 'Kabhi Na Kabhi', starring Anil Kapoor, Pooja Bhatt, Jackie Shroff". इण्डिया टुडे (अंग्रेज़ी में). 27 अप्रैल 1998. अभिगमन तिथि 30 जून 2024.