कर्नाटक की जनसांख्यिकी

२००१ की भारतीय जनगणना के अनुसार, कर्नाटक की कुल जनसंख्या ५२,८५०,५६२ है, जिसमें से २६,८९८,९१८ (५०.८९%) पुरुष और २५,९५१,६४४ स्त्रियाँ (४३.११%) हैं। यानि प्रत्येक १००० पुरुष ९६४ स्त्रियाँ हैं। इसके अनुसार १९९१ की जनसंख्या में १७.२५% की वृद्धि हुई है। राज्य का जनसंख्या घनत्व २७५.६ प्रति वर्ग कि.मी है और ३३.९८% लोग शहरी क्षेत्रों में रहते हैं। यहाँ की साक्षरता दर ६६.६% है, जिसमें ७६.१% पुरुष और ५६.९% स्त्रियाँ साक्षर हैं।[2] यहाँ की कुल जनसंख्या का ८३% हिन्दू हैं और ११% मुस्लिम, ४% ईसाई, ०.७८% जैन, ०.७३% बौद्ध और शेष लोग अन्य धर्मावलंबी हैं।[3]

कर्नाटक की आधिकारिक भाषा कन्नड़ है और स्थानीय भाषा के रूप में ६४.७५% लोगों द्वारा बोली जाती है। १९९१ के अनुसार अन्य भाषायी अल्पसंख्यकों में उर्दु (९.७२%), तेलुगु (८.३४%), तमिल (५.४६%), मराठी (३.९५%), टुलु (३.३८%, हिन्दी (१.८७%), कोंकणी (१.७८%), मलयालम (१.६९%) और कोडव तक्क भाषी ०.२५% हैं।[4] राज्य की जन्म दर २.२% और मृत्यु दर ०.७२% है। इसके अलावा शिशु मृत्यु (मॉर्टैलिटी) दर ५.५% एवं मातृ मृत्यु दर ०.१९५% है। कुल प्रजनन (फर्टिलिटी) दर २.२ है।[5]

स्वास्थ्य एवं आरोग्य के क्षेत्र (सुपर स्पेशियलिटी हैल्थ केयर) में कर्नाटक की निजी क्षेत्र की कंपनियाँ विश्व की सर्वश्रेष्ठ संस्थाओं से तुलनीय हैं।[6] कर्नाटक में उत्तम जन स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हैं, जिनके आंकड़े व स्थिति भारत के अन्य अधिकांश राज्यों की तुलना में काफी बेहतर है। इसके बावजूद भी राज्य के कुछ अति पिछड़े इलाकों में प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं का अभाव है।[7] प्रशासनिक उद्देश्य हेतु, कर्नाटक को चार रेवेन्यु मंडलों, ४९ उप-मंडलों, २९ जिलों, १७५ तालुकों और ७४५ होब्लीज़/रेवेन्यु वृत्तों में बांटा गया है।[8] प्रत्येक जिला प्रशासन का अध्यक्ष जिला उपायुक्त होता है, जो भारतीय प्रशासनिक सेवा (आई.ए.एस) से होता है और उसके अधीन कर्नाटक राज्य सेवाओं के अनेक अधिकारीगण होते हैं। राज्य के न्याय और कानून व्यवस्था का उत्तरदायित्व पुलिस उपायुक्त पर होता है। ये भारतीय पुलिस सेवा का अधिकारी होता है, जिसके अधीन कर्नाटक राज्य पुलिस सेवा के अधिकारीगण कार्यरत होते हैं। भारतीय वन सेवा से वन उपसंरक्षक अधिकारी तैनात होता है, जो राज्य के वन विभाग की अध्यक्षता करता है। जिलों के सर्वांगीण विकास, प्रत्येक जिले के विकास विभाग जैसे लोक सेवा विभाग, स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, पशु-पालन, आदि विभाग देखते हैं। राज्य की न्यायपालिका बंगलुरु में स्थित कर्नाटक उच्च न्यायालय (अट्टार कचेरी) और प्रत्येक जिले में जिले और सत्र न्यायालय तथा तालुक स्तर के निचले न्यायालय के द्वारा चलती है।

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "सेन्सस पॉपुलेशन" (PDF). सेन्सस ऑफ इण्डिया. वित्त मंत्रालय, भारत सरकार. मूल (पीडीएफ) से 19 दिसंबर 2008 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १८ फ़रवरी २००८.
  2. सन्दर्भ त्रुटि: <ref> का गलत प्रयोग; popu नाम के संदर्भ में जानकारी नहीं है।
  3. "इण्डिया (रिलीजन), सेन्सस (२००१)". भारत की जनगणना. महालेखाधिकारी, भारत सरकार. मूल से 6 जुलाई 2010 को पुरालेखित.
  4. ए आर फ़ातिही. "कर्नाटक में उर्दु". लैंग्वेज इन इण्डिय़ा, खण्ड-२: ९ दिसम्बर २००२. एम एस तिरुमलै, प्रबधन शंपादक, लैंग्वेज इन इण्डिय़ा. मूल से 9 फ़रवरी 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि २९ जून २००७.
  5. "एन्विसेजिंग अ हैल्दी ग्रोथ". द फ़्रंटलाइन. द हिन्दू. मूल से 30 मार्च 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि २१ जून २००७.
  6. "कर्नाटक बैट्स बिग ऑन हेलथकेयर टुरिज़्म". द हिन्दू बिज़्नेस लाइन, तिथि:२३ नवम्बर २००४. २००४, द हिन्दू. मूल से 29 सितंबर 2008 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि २१ जून २००७.
  7. "टिकिंग चाइल्ड हेलथकेयर टाइम बॉम्ब". द एड्युकेशन वर्ल्ड. एड्युकेशन वर्ल्ड. मूल से 17 मार्च 2008 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि २१ जून २००७.
  8. "स्टैटिस्टिक्स – कर्नाटक स्टेट". वन विभाग. कर्नाटक सरकार. मूल से 27 सितंबर 2007 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ४ जून २००७.