कर छूट
कर छूट (tax break) किसी व्यक्ति, वर्ग, कम्पनी या अन्य संस्था को सरकार की ओर से किसी प्रकार के ऐसा कर न देने की अनुमति होती है जो साधारण रूप से लागू होता है। उदाहरण के लिए चलचित्र के टिकट में सरकार के द्वारा मनोरंजन कर (एंटरटेनमेंट टैक्स) डाला जाता है, लेकिन अगर कोई चलचित्र जनहित के काम आए तो उसके लिए विश्व की बहुत की सरकारें इस कर से छूट दे देती हैं। अक्सर कर-दाता अपने आर्थिक निर्णयों में ऐसी कर छूटों का लाभ उठाने के लिए अपनी योजनाएँ बनाते हैं। मसलन कई देश अपने लोगों को नौकरियाँ दिलवाने और अपने नागरिकों का जीवन-स्तर बढ़ाने के लिए विदेशी कम्पनियों को आकर्षित करते हैं ताकि वे निवेश करें और अपने कारखाने और कार्यालय वहाँ खोलें। इसके लिए अक्सर इस देश की सरकारें तीन से दस वर्षों की कर छूट दे देती हैं। कम्पनियाँ इस से आकर्षित होकर वहाँ निवेश करती हैं और उस देश की अर्थव्यवस्था पनपने लगती है।[1] चीन, सिंगापुर और बहुत से अन्य तेज़ी से विकास करने वाले देशों ने स्थाई कर छूट को अपने विकास में गति प्रदान करने के लिए प्रयोग करा है।[2]
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ David Kocieniewski (January 6, 2013). "Major Companies Push the Limits of a Tax Break". The New York Times. अभिगमन तिथि January 7, 2013.
With hundreds of thousands of transactions a year, it is hard to gauge the true cost of the tax break for so-called like-kind exchanges, like those used by Cendant, General Electric and Wells Fargo.
- ↑ "Foreign Direct Investment in China: Location Determinants, Investor Behaviour and Economic Impact," Chunlai Chen, Edward Elgar Publishing, 2011, ISBN 9781781001141, ... China has offered substantial tax exemptions and tax reductions to FDI firms ...