कलश भाषा
कलश (Kalash) एक हिन्द-आर्य भाषा-परिवार की दार्दी भाषाओँ वाली शाखा की एक भाषा है जो पश्चिमोत्तरी पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा राज्य के चित्राल ज़िले में बसने वाले कलश लोगों द्वारा बोली जाती है। सन् २०१० में इसे बोलने वालों की संख्या लगभग ६,००० अनुमानित की गई थी।
शब्दों के उदाहरण
संपादित करेंयह कलश के कुछ चुने हुए शब्द हैं -[1]
हिन्दी का आम शब्द | कलश | पुरानी हिन्द-आर्य (संस्कृत) | नई हिन्द-आर्य |
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हड्डी | अथी, अठी | अस्थि | (हिन्दी, नेपाली) आँठ (सीने की पसलियाँ) |
मूत्र | मूत्र, मुत्र | मूत्र | मूत |
गाँव | ग्रोम | ग्राम | गाँव; ग्राम |
रस्सी | रजूक, रझूक | रज्जू | लेज, लेजुर |
धुआँ | थुम | धूम | धुआँ, धुवाँ |
मांस | मोस | मांस | मांस, मास |
कुत्ता | शुआ, शोंआ | श्वान | (हिन्दी, सिंहाली) सुवान |
चींटी | पिलिलक, पिलीलक | पिपील, पिप्पीलिक | (हिन्दी) पिपरा, पिपड़ा |
पुत्र | पुत, पुत्र | पुत्र | पूत |
दीर्घ (लम्बा) | द्रिग, द्रीग | दीर्घ | दीह |
आठ | अष्ट, अश्त | अष्ट | आठ |
टूटा | छिना, छीना | छिन्न | (हिन्दी) छीनना, छिन्न-भिन्न |
(जान से) मारना | नाश | नाश, नाशयति | नाश होना |
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ R.T.Trail and G.R. Cooper, Kalasha Dictionary – with English and Urdu. National Institute of Pakistan Studies, Islamabad & Summer Institute of Linguistics, Dallas TX. 1999