कलसूबाई
कालसुबाई (मराठी: क्युसुबाई योग) पश्चिमी घाट में एक पर्वत है, जो भारत के महाराष्ट्र राज्य में स्थित है। 1646 मीटर (5400 फीट) की ऊँचाई पर स्थित इसका शिखर महाराष्ट्र का सबसे ऊँचा स्थान है
कलसूबाई माता मंदिर
संपादित करेंश्री कलसूबाई माता मंदिर | |
---|---|
कलसूआईची शरण | |
धर्म संबंधी जानकारी | |
सम्बद्धता | हिन्दू |
देवता | माता कलसूबाई |
त्यौहार | नवरात्रि |
अवस्थिति जानकारी | |
अवस्थिति | कलसूबाई शिखर, इंदौर गांव, दिंडोरी तालुका, नाशिक जिला, महाराष्ट्र, भारत |
ऊँचाई (अधि.) | 5427 फीट |
कलसूबाई मंदिर महाराष्ट्र मे एक धार्मिक स्थल है यह महाराष्ट्र में पश्चिमी घाट मे स्थित कलसूबाई शिखर की चोटी पर स्थित है। कलसूबाई शिखर का नाम भी देवी कलसूबाई के नाम पर ही पड़ा है। इस मंदिर पर नवरात्र और होली दिवाली के त्योहारों पर मेला भी लगता है।[1][2]
इस मंदिर का निर्माण इंदौर गांव के एक कोली परिवार ने किया था। यह मंदिर एक कन्या के नाप पर बनाया गया था जिसका नाम कलसू कोली था। जिस जगह पर कलसू कोली ने बर्त्तन साफ किए थे उस जगह को थाली मेल बोला जाता है और जहां कूड़ा डारा था उसे कालधारा बोला जाता है।[1]
प्रत्येक मंगलवार को देवी कलसूबाई को पूजा की जाती है आस पास के गांव के लोग पूजा करने आते हैं। पास से गुजरते समय लोग देवी की ढोक लगा कर जाते हैं और त्योहारों पर यहां मेला भी लगता है।[1][2]
कलसू माता को दो जगह पूजा जाता है एक तो कलसूबाई शिखर पर चढ़ते समय बीच रास्ते मे ही देवा का मंदिर है और दूसरा शिखर की चोटी पर जो मुख्य मंदिर है। स्थानिय लोग कलसू माता को अपने कुलदेवी के रूप मे पूजते हैं एवं प्रत्येक घर मे देवी की तसवीर मिलती है।[1]
छायाचित्र
संपादित करें-
Kalasubai
-
Kalasubai from base
-
Kalasubai top temple
-
Kalasubai steps to reach on top
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ अ आ इ ई Bombay (Presidency) (1883). Gazetteer of the Bombay Presidency (अंग्रेज़ी में). Government central Press.
- ↑ अ आ Hunter, Sir William Wilson (1908). Imperial Gazetteer of India ... (अंग्रेज़ी में). Clarendon Press.