कलीरें
कलीरें भारतीय हिन्दी धारावाहिक है, जिसका प्रसारण ज़ी टीवी पर 5 फरवरी 2018 से 16 नवम्बर 2018 तक हुआ। इसका निर्माण निखिल सिन्हा और सोहाना सिन्हा ने किया है। इसमें अर्जित तनेजा और अदिति शर्मा मुख्य किरदार निभा रहे हैं। इसकी कहानी दो विपरीत स्वभाव के लोगों, मीरा और विवान की है, जो एक दूसरे को बिलकुल भी पसंद नहीं करते थे, पर बाद में दोनों को एक दूसरे से प्यार हो जाता है, पर वे दोनों किसी न किसी कारण मिल नहीं पाते।
कलीरें | |
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शैली | नाटक, प्रेम |
निर्माणकर्ता | ट्रायंगल फिल्म्स |
अभिनीत |
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मूल देश | भारत |
मूल भाषा(एँ) | हिन्दी, पंजाबी |
सीजन की सं. | 1 |
एपिसोड की सं. | 198 |
उत्पादन | |
निर्माता | निखिल सिन्हा सोहाना सिन्हा |
उत्पादन स्थान | पंजाब, मुंबई |
कैमरा स्थापन | बहु-कैमरा |
प्रसारण अवधि | 22-24 मिनट लगभग |
उत्पादन कंपनी | ट्रायंगल फ़िल्म कंपनी |
मूल प्रसारण | |
नेटवर्क | ज़ी टीवी |
प्रसारण | 5 फ़रवरी 2018 16 नवम्बर 2018 | –
कहानी
संपादित करेंमीरा डिंगरा (अदिति शर्मा) एक आजादी पसंद लड़की है। उसके इसी स्वभाव के कारण कई सारे शादी के प्रस्ताव टूट जाते हैं, जिससे उसकी माँ परेशान हो जाती है। वहीं लंदन में रहने वाला विवान कपूर (अर्जित तनेजा) अपनी माँ की तलाश में भारत आता है। उन दोनों की आपस में मुलाक़ात होती है, पर वो अच्छी नहीं रहती है। जब मीरा वापस घर आती है तो विवान उसके ही घर में मिलता है। बाद में पता चलता है कि वो उस घर का मालिक विवान कपूर है।
मीरा की शादी सुमेर के साथ तय हो जाती है। शादी से पहले सुमेर का सच विवान को पता चल जाता है कि उसका किसी और लड़की के साथ रिश्ता है। वो सुमेर को ये सच्चाई शादी से पहले ही बताने बोल देता है। शादी के दिन सुमेर अपनी सच्चाई बताने के जगह विवान और मीरा पर बनाया नकली वीडियो चला देता है, जिसमें वे दोनों एक दूसरे के साथ आपत्तिजनक स्थिति में दिखते हैं। इस वीडियो के कारण मीरा की शादी एक और बार टूट जाती है, और मीरा इसका दोषी विवान को मानने लगती है। मीरा के ऊपर लोग कई तरह के आरोप लगाने लगते हैं। उन सभी से बचाने के लिए विवान वहीं उससे शादी कर लेता है। हालांकि दोनों ही शादी नहीं करना चाहते थे।
शादी के तुरंत बाद ही दोनों एक दूसरे को तलाक देने के बारे में सोचते हैं, पर हर बार कुछ न कुछ कारण से तलाक के कागजात पर दस्तखत नहीं कर पाते हैं। इसी बीच दोनों में हर दिन छोटी छोटी बातों पर भी लड़ाई होते रहती है। न गिरने लायक जगहों पर भी मीरा गिरते रहती है और विवान उसे गिरने से बचा लेता है। वहीं विवान को धीरे धीरे अपनी माँ का थोड़ा थोड़ा सच पता चलने लगता है।
एक दिन रोमा कपूर मौका देख कर विवान के कार का ब्रेक खराब कर देती है, और उसे ऐसा करते हुए पम्मी कपूर देख लेती है। उसके विवान को बताने से पहले ही विवान गाड़ी ले कर चले जाता है। उसके बाद मीरा वहाँ आ जाती है और तभी पम्मी उसे बताती है कि रोमा ने मेरे बेटे, विवान के गाड़ी में कुछ कर दिया है। मीरा को पता चल जाता है कि मिसेस सिंह ही पम्मी कपूर है। विवान की जान बचाने के लिए मीरा उस गाड़ी के पीछे निकल पड़ती है। उसकी जान बचाते बचाते मीरा का नकली बाल भी निकल जाता है और विवान को पता चल जाता है कि मीरा ही सड्डी कौर बनी थी। मीरा बाद में विवान को कहती है कि मिसेस सिंह ही विवान की माँ पम्मी कपूर है। उसके बाद रोमा का फोन आता है, जो पम्मी का अपहरण कर लिए रहती है। विवान खतरे को देख कर मीरा को एक कमरे में बंद कर के रोमा के बताए जगह पे आ जाता है। वहाँ वो जायदाद के कागजात में दस्तखत के बदले पम्मी को छोड़ने की बात कहती है। इसी बीच मीरा वहाँ आ जाती है और बंदूक अपने हाथों में ले लेती है। इसी बीच रोमा बंदूक छिन कर विवान की ओर गोली चला देती है, पर बीच में पम्मी आ जाती है और उसे गोली लग जाती है। जिसके बाद रोमा और उसके साथी वहाँ से भाग जाते हैं और वहीं विवान और मीरा उसे अस्पताल ले जाते हैं। अस्पताल में विवान अपने किए कामों के बारे में सोच सोच कर दुःखी होते रहता है कि किस प्रकार उसने अपनी माँ के बारे में इतना बुरा सोचा और कहा था और कभी भी मीरा के किसी भी बात पर विश्वास नहीं किया।
पम्मी के ठीक हो जाने के बाद विवान और अमाया के साथ वो घर आ जाती है और घर में मीरा और उसके घर वाले पम्मी का स्वागत करते हैं। मीरा की माँ से पम्मी बात करने लगती है कि मीरा और विवान की एक बार पूरी रीति रिवाज के साथ शादी होनी चाहिए, और सभी मान भी जाते हैं। वे लोग तैयारी करने लगते हैं, वहीं उन्हें पता चलता है कि विवान के पिता की तबीयत खराब है, इस कारण अमाया और पम्मी उन्हें देखने के लिए लंदन निकल जाते हैं। उन दोनों को हवाई अड्डे तक छोड़ने जाते समय वो मीरा से कहता है कि वो उससे बात करना चाहता है और ऐसा कह कर उन्हें छोड़ने चले जाता है। हवाई अड्डे में उन्हें छोड़ते वक्त वो बोलता ही आज मैं मीरा को बता दूंगा कि मैं उससे कितना प्यार करता हूँ। वहीं मीरा अच्छी तरह तैयार हो कर विवान का इंतजार करते रहती है। अचानक विवान आ कर उसे तलाक के कागजात पर दस्तखत करने बोलता है, जिससे मीरा आश्चर्य में पड़ जाती है, लेकिन अंत में दस्तखत कर देती है।
कलाकार
संपादित करें- मुख्य
- अर्जित तनेजा – विवान कपूर
- विवान कपूर, लंदन में रहने वाला एक अमीर व्यापारी है, जो अपने माँ की तलाश में भारत आता है। बचपन से ही उसकी सौतेली माँ उसके मन में अपने माँ के लिए नफरत का बीज बोते रहती है। आए दिन उसकी लड़ाई उसकी पत्नी, मीरा से होते रहती है।
- अदिति शर्मा – मीरा डिंगरा / मीरा विवान कपूर
- ये एक आजादी पसंद लड़की है, जो अपने माँ के हजारों बार कहने पर भी अपने आप को नहीं बदलती है। आए दिन इसकी लड़ाई विवान से होते रहती है। कई बार गिरती भी रहती है, पर हर बार विवान उसे गिरने से बचा लेता है। इसे विवान से प्यार है, पर विवान के घमंडी व्यवहार के कारण उसे बता नहीं पाती है।
- अन्य
- विश्वप्रीत कौर – पम्मी कपूर, विवान की माँ
- विवान की असली माँ, और सोणी कुड़ी अकादमी की सीईओ है। रोमा से अपनी जान बचाने के लिए अपने आप को मरा हुआ साबित कर दिया और अपनी पहचान बदल कर रहने लगी।
- निशा नेहा नायक – अमाया कपूर, विवान की बहन
- शिल्पा सकलानी – रोमा कपूर, विवान की सौतेली माँ
- इसे केवल पैसों से प्यार है और उसे हासिल करने के लिए उसने विवान की माँ को भी मार दिया था और विवान के मन में उसकी माँ के लिए नफरत भरने लगी थी।[1]
- जस्विंदर गार्डनर – डोली डिंगरा, मीरा के पिता
- सागर सैनी – अमर डिंगरा, मीरा की माँ
- एकरूप बेदी – निम्मो डिंगरा, मीरा की बहन
- नीना चीमा – बीजी
- आयुष गुप्ता – प्रिंस डिंगरा, मीरा का भाई
- प्राची बंसल – सिल्की, सुमेर की प्रेमिका
- ममता वर्मा – लाली
- परमवीर चीमा – सुमेर कपूर, सिल्की का प्रेमी
- खुशी मिश्रा – मेहर
- अदिति रावत – प्रीतो, मीरा की सहेली
- ऋतु वसिष्ठ, मेहर की माँ
- स्नेहल पांडे – सिमरन, मेहर की बहन
- आशु शर्मा – बिट्टू डिंगरा
- तसनीम अली – सुमन कपूर, समर की माँ
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ पांडेय, स्वाति (16 अप्रैल 2018). "कलीरें में मीरा की सौतेली सासूमां की एंट्री". मुंबई: आज तक. मूल से 1 जुलाई 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 1 जुलाई 2018.