कालामी भाषा
कालामी (Kalami, کالامی), जिसे कालाम कोहिस्तानी या गावरी (Gawri, گاوری) भी कहते हैं, कोहिस्तानी शाखा की एक दार्दी भाषा है जो पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रान्त के कोहिस्तान ज़िले बोली जाती है।[1]
कालामी | |
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बोलने का स्थान | पाकिस्तान |
क्षेत्र | कोहिस्तान ज़िला |
मातृभाषी वक्ता | ७०,००० (१९९५) |
भाषा परिवार |
हिन्द-यूरोपीय
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भाषा कोड | |
आइएसओ 639-3 | gwc |
- कालामी को गावरी भाषा भी कहते हैं - इस से भिन्न गोवरो भाषा के लिए गोवरो भाषा का पन्ना देखिये
श्रेणीकरण
संपादित करेंकालामी दार्दी भाषाओं की कोहिस्तानी उपपरिवार की एक भाषा है और उस उपपरिवार की अन्य भाषाओं से मिलती-जुलती है, जिसमें तोरवाली, कल्कोती, सिन्धु-कोहिस्तानी, बटेरी, चिलिस्सो, गोवरो, वोटापुरी-कतरगलई और तिराही शामिल हैं।[2]
सुर
संपादित करेंपंजाबी, डोगरी और कई दार्दी भाषाओं की तरह कालामी एक सुरभेदी भाषा है। इसमें पांच सुर प्रयोग होते हैं - ऊँचा, गिरता, रूककर गिरता, नीचा और उठता।[3]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Kalami Archived 2012-10-14 at the वेबैक मशीन, from Ethnologue: Languages of the World, fifteenth edition. SIL International.
- ↑ "Tone and song in Kalam Kohistani" (PDF). मूल (PDF) से 5 मार्च 2007 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 जनवरी 2013.
- ↑ The sounds and tones of Kalam Kohistani: with wordlist and texts, Joan L. G. Baart, National Institute of Pakistan Studies, Summer Institute of Linguistics (United Kingdom), 1997, ISBN 978-969-8023-03-4, ... The possible existence of contrastive tones in the Kalami language was already noted by Morgenstierne (1940:210), who observed a distinction between a rising and a falling tone in several monosyllables ...