काला माम्बा (डेंड्रोस्पिस पॉलिलेपिस) एल्पीडा परिवार से संबंधित एक विषैले साँप की प्रजाति है। यह उप-सहारा अफ्रीका के कुछ भागों में पाया जाता है। औपचारिक रूप से 1864 ई. में पहली बार अल्बर्ट गुंथर द्वारा इसका उल्लेख किया गया था कि यह किंग कोबरा के बाद दूसरा सबसे लंबा और विषैला साँप है; परिपक्व नमूने आम तौर पर 2 मीटर (6 फीट 7 इंच) से अधिक होते हैं तथा सामान्यतः 3 मीटर (9 फीट 10 इंच) तक बढ़ जाते हैं। इसके 4.3 से 4.5 मीटर (14 फीट 1-14 फीट 9 इंच) तक के नमूने दर्ज किए गए हैं। इसकी त्वचा का रंग स्लेटी(ग्रे) से गहरे भूरे रंग में तब्दील हो जाता है। किशोर(अल्पायु) काला माम्बा वयस्कों की तुलना में अधिक पतले होते हैं तथा वे उम्र के साथ काले हो जाते हैं।

काला माम्बा
एक डाल पर काली आँखों वाला एक ग्रे सांप का नज़दीकी चित्र
वैज्ञानिक वर्गीकरण edit
Unrecognized taxon (fix): डैंड्रोस्पिस
जाति: Template:Taxonomy/डैंड्रोस्पिसड पॉलिलेपिस
द्विपद नाम
Template:Taxonomy/डैंड्रोस्पिसड पॉलिलेपिस
अल्बर्ट गुंथर, 1864[2]
लाल में काले मांबा की वितरण सीमा (भूरे रंग के क्षेत्र अनिर्णायक हैं)
पर्यायवाची[3]

यह प्रजाति द्वि स्थलीय (स्थल निवासी) और वानस्पतिक (वृक्ष-निवासी) है; यह सवाना, वुडलैंड, चट्टानी ढलान तथा कुछ क्षेत्रों, घने जंगलों में निवास करती है। काला माम्बा दिनचर होता है तथा पक्षियों और छोटे स्तनपायी का शिकार करने के लिए जाना जाता है। यह उपयुक्त सतहों पर कम दूरी के लिए 16 किमी. प्रति घंटा (10 मील प्रति घंटा) की गति से आगे बढ़ सकता है। वयस्क काला माम्बा में कुछ स्वाभाविक रूप से शिकारी होते हैं।

खतरे की आशंका होने पर यह साँप सामान्यतः अपने अंदर का काला मुँह खोलकर अपनी संकीर्ण गर्दन-पट्टी को फैला लेता है तथा कभी-कभी फुफकारता भी है। यह पर्याप्त सीमा तक प्रहार करने में सक्षम है। इसका जहर मुख्य रूप से न्यूरोटॉक्सिन से बना होता है जिसके लक्षण प्रायः दस मिनट के भीतर दिखने लगते है। सर्पविषरोधी के अभाव में यह प्रायः घातक सिद्ध हो सकता है। एक दुर्जेय और अत्यधिक आक्रामक प्रजाति के रूप में इसकी ख्याति के बावजूद, काला माम्बा मनुष्यों पर हमला केवल तभी करता है जब उसे धमकाया या उद्विग्न किया जाए।

वर्गीकरण

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काला मांबा का पहला औपचारिक विवरण 1864 ई. में जर्मन मूल के ब्रितानी प्राणी वैज्ञानिक अल्बर्ट गुंथर द्वारा दिया गया था।[4] साँप की कई प्रजातियों में से एक एकल नमूना प्रकृतिवादी जॉन किर्क द्वारा संग्रहीत किया, जो 1858-1864 के दूसरे ज़ंबेसी अभियान पर डेविड लिविंगस्टोन के साथ आया था।[5] यह नमूना होलोटाइप है और लंदन के प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय(नैचुरल हिस्ट्री म्यूज़ियम) में रखा गया है।[6] काला माम्बा की प्रजाति का सामान्य नाम प्राचीन ग्रीक शब्द डेंड्रोन (δνορον), "ट्री", और एस्पिस (ἀσπίς) "एस्प" से लिया गया है तथा विशिष्ट एपिथेट पॉलिलेपिस प्राचीन ग्रीक पॉली (πολύ) से लिया गया है जिसका अर्थ है "विभिन्न" तथा लेपिस (λεπίς) का अर्थ है "स्केल" या पैमाना। "माम्बा" शब्द ज़ुलु शब्द "इमामबा" (शाब्दिक अर्थ-तुला) से लिया गया है। तंजानिया में इसका एक स्थानीय न्ज़िंदो नाम न्देमालुन्यायो ("घास-कटर") है, क्योंकि यह कथित तौर पर घास को दबाता है।[7]

1873 में, जर्मन प्रकृतिवादी विल्हेम पीटर्स ने जेनोआ के संग्रहालय में एक नमूने से डेंड्रैस्पिस एंटिनोरि का वर्णन किया था जिसे अब इतालवी खोजकर्ता 'ओरेजियो एंटीनोरी' ने उत्तरी इरिट्रिया में संग्रहीत किया है।[8]

 
काला माम्बा का आंतरिक काला मुख

काला माम्बा एक लंबा, पतला, बेलनाकार साँप है। उसका सिर ताबूत के आकार का होता है। उसकी भौंह कुछ हद तक स्पष्ट तथा आँख मध्यम आकार की होती है।[9] वयस्क साँप की लंबाई आमतौर पर 2 से 3 मीटर (6 फीट 7 से 9 फीट 10 इंच) तक होती है। इस प्रजाति के साँप की पूंछ लंबी और पतली होती है। इसकी पुच्छीय कशेरुका शरीर की लंबाई का 17-25 प्रतिशत होती है। काला माम्बा के शरीर का द्रव्यमान लगभग 1.6 किलोग्राम (3.5 पाउंड) बताया गया है।

  1. Spawls, Stephen (2010). "Dendroaspis polylepis". 2010: e.T177584A7461853. डीओआइ:10.2305/IUCN.UK.2010-4.RLTS.T177584A7461853.en. Cite journal requires |journal= (मदद)
  2. Dendroaspis polylepis (TSN {{{ID}}}). Integrated Taxonomic Information System.
  3. Uetz, Peter; Hallermann, Jakob. "Dendroaspis polylepis Günther, 1864". Reptile Database. मूल से 29 अक्तूबर 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 10 September 2018.
  4. अल्बर्ट, गुंथर. "Dendroaspis polylepis". ITIS Report (अंग्रेजी में). मूल से 29 नवंबर 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 मई 2020.सीएस1 रखरखाव: नामालूम भाषा (link)
  5. गुंथर, अल्बर्ट (1864). "Report on a collection of reptiles and fishes made by Dr. Kirk in the Zambesi and Nyassa Regions". प्रोसीडिंग्स ऑफ ज़ूलॉजिकल सोसायटी ऑफ लंदन. 1864: 303–314 [310]. मूल से 22 मार्च 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 मई 2020.
  6. अल्बर्ट, गुंथर. "डैंड्रोस्पिस पॉलिलेपिस". The Reptile Database. मूल से 29 अक्तूबर 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 मई 2020.
  7. लवरिज, आर्थर (1951). "ऑन रैपटायल्स एंड एंफीबियंस फॉर तंजान्यिका टैरिटरी कलैक्टेड बाय सी.जे.पी. आयोनिड्स". बुलेटिन ऑफ द म्यूज़ियम ऑफ कंपेरेटिव ज़ूलॉजी एट हार्वर्ड कॉलेज. 106: 175–204 [201]. मूल से 25 जुलाई 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 मई 2020.
  8. पीटर्स, विल्हेम कार्ल हार्विग (1873). "Über zwei Giftschlangen aus Afrika und über neue oder weniger bekannte Gattungen und Arten von Batrachiern". Monatsberichte der Königlichen Preussische Akademie des Wissenschaften zu Berlin (जर्मन में). Jahre 1873 (1874): 411–418. मूल से 25 जुलाई 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 मई 2020.
  9. Spawls, Stephen; Howell, Kim; Drewes, Robert; Ashe, James (2017). A Field Guide to the Reptiles of East Africa (2nd संस्करण). Bloomsbury. पपृ॰ 1201–1202. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-1-4729-3561-8.