किलादारप्रारन्भिक आधुनिक भारत में किसी किले या बड़े शहर के गवर्नर के लिए एक उपाधि थी। [1]मराठा साम्राज्य के दौरान, इस उपाधि को सामान्यतः 'किल्लेदार' (मराठी : किल्लेदार) कहा जाता था। किलादार के कार्यालय के कार्य यूरोपीय सामंती कास्टेल्लन के समान ही थे। [2]
↑Archaeological Survey of India (1885). Reports. Office of the Superintendent of Government Printing. पपृ॰ 122–. अभिगमन तिथि 13 June 2010.
↑Taylor, Alice Meadows; Bruce, Henry (1920). The story of my life. H. Milford, Oxford university press. पपृ॰ 312–. अभिगमन तिथि 13 June 2010.