कूमीस
कूमीस (किरगिज़: кымыз, अंग्रेज़ी: kumis) घोड़ी के दूध को किण्वित (फ़रमॅन्ट) करके बनाए जाने वाले मध्य एशिया के स्तेपी क्षेत्र के एक पारम्परिक पेय को कहते हैं। किण्वन की वजह से घोड़ी के दूध में प्राकृतिक रूप से मौजूद लैक्टोस चीनी की कुछ मात्रा शराब में बदल जाती है और इस प्रक्रिया में कुछ कार्बन डाई-ऑक्साइड बनने से दूध में गैस के बुदबुदे भी बन जाते हैं। कूमीस को मंगोलिया में ऐरग (айраг, airag) कहा जाता है। अन्य शराबों की तुलना में कूमीस कम नशीली होती है और इसमें केवल २% शराब होती है।[1] कूमीस तुर्की-मोंगोल लोगों की संस्कृति में एक अहम पेय है और स्तेपी में यह दूध को ख़राब होने से बचाने के एक महत्वपूर्ण तरीका हुआ करता था।[2][3]
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Drink: A Cultural History of Alcohol Archived 2017-04-02 at the वेबैक मशीन, Iain Gately, Penguin, 2009, ISBN 978-1-59240-464-3, ... They possessed a number of their own rituals for drinking, centered around the consumption of kumis—fermented mare's milk. Kumis is a rare example of alcohol obtained from animal, as opposed to vegetable, sources ...
- ↑ Marco Polo's China: A Venetian in the Realm of Khubilai Khan, Stephen G. Haw, Psychology Press, 2006, ISBN 978-0-415-34850-8, ... Despite the modern popularity of arxi (vodka) in Mongolia, kumis is still brewed there, and also by other nomadic, or formerly nomadic, Turco-Mongol and Turkic peoples of Central Asia ...
- ↑ Book of Abstracts of the 61st Annual Meeting of the European Association for Animal Production: Heraklion - Crete Island, Greece, 23-27 अगस्त 2010, Eaap, Wageningen Academic Pub, 2010, ISBN 978-90-8686-152-1, ... Kumis is the only form of mare's milk to preserve it as good food at least few weeks in the primitive nomadic life. Kumis is considered a very nutritious and rehabilitative drink ...