केन्द्रीय भैंस अनुसन्धान संस्थान
केन्द्रीय भैंस अनुसन्धान संस्थान, हिसार भैंसों से सम्बन्धित अनुसन्धान करने वाला भारत का एक विश्वविद्यालय है। यह हिसार में स्थित है जो दिल्ली से १७० किमी दूर है। [2][3] इसका दूसरा प्रांगण नाभा में स्थित है। जुलाई २०१७ में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने इस संस्थान को सन २०१६-१७ के लिए भारत का सर्वश्रेष्ठ भैंस अनुसन्धान संस्थान घोषित किया था। [4]
प्रकार | सार्वजनिक |
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स्थापित | ०१ फरवरी, १९८५ |
संबद्ध | भारतीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय |
बजट | रुपया |
निदेशक | डॉ इन्द्रजीत सिंह |
शैक्षिक कर्मचारी | 158 |
प्रशासनिक कर्मचारी | 20 |
परास्नातक | 13[1] |
8[1] | |
स्थान | हिसार, हरियाणा, भारत 29°11′09″N 75°42′10″E / 29.1858°N 75.7028°Eनिर्देशांक: 29°11′09″N 75°42′10″E / 29.1858°N 75.7028°E |
परिसर | Hisar (main), Bir Dosanjh (Nabha sub-campus) |
संबद्धताएं | भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद |
जालस्थल | औपचारिक जालस्थल |
केंद्रीय भैंस अनुसंधान संस्थान (CIRB) की स्थापना वर्ष 1985 में हुई थी। इससे पहले यह हरियाणा सरकार के अन्तर्गत संतान परीक्षण सांड फ़ॉर्म के नाम से था। पंजाब सरकार से नीली-रावी भैंस फ़ॉर्म के हस्तांतरण द्वारा दिसम्बर 1987 में बीर दोसांझ, नाभा, जिला पटियाला, पंजाब में एक उप-परिसर की स्थापना की गैइ। मुख्य परिसर ने अत्यधिक अच्छी नस्ल के मुर्रा प्रजनन झुंड की स्थापना की, जबकि उप-परिसर ने नीली-रावी भैंस के अत्यधिक अच्छी वंशावली के प्रजनन झुंड को स्थापित किया।
संस्थान द्वारा उन्नत भैंसों के विभिन्न पहलुओं पर अनुसंधान किया जाता है जिसमें जर्मप्लाज़्म का संरक्षण, सुधार और प्रसार, इष्टतम आहार और चारा प्रणालियों का विकास, प्रजनन क्षमता और दूध, माँस तथा प्रजातियों के सूखे के दौरान निष्पादन को बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य प्रबंधन के तरीक़ों में वृद्धि आदि शामिल हैं।
सन्दर्भ
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नाम के संदर्भ में जानकारी नहीं है। - ↑ CIRB website
- ↑ 50 years of Indian agriculture, page 245
- ↑ "लुवास का भैंस फार्म देश का सर्वश्रेष्ठ केंद्र घोषित (Hisar LUVAS Buffalo farm best in the nation).", Dainik Jagran, 25 July 2017.