कोरिंगा वन्य अभयारण्य
कोरिंगा वन्य अभयारण्य (Coringa Wildlife Sanctuary) भारत के आन्ध्र प्रदेश राज्य में काकीनाड़ के समीप गोदावरी नदी के डेल्टा क्षेत्र में ज्वारनदीमुख (एस्चुएरी) पर स्थित एक मैन्ग्रोव वन है। यह भारत का दूसरा सबसे बड़ा मैन्ग्रोव वन है। इसमें 24 मैन्ग्रोव वृक्षों की जातियाँ हैं, जिनमें 120 से अधिक पक्षी जातियाँ निवास रखती हैं। यहाँ बंगाल की खाड़ी के तट पर मीठे और खारे जल के मिश्रित जलीय वातावरण में उगते हुए घने वन में जल में उग रही मोटी व पतली जड़ों के घने जाल में कई मछली जातियाँ भी आश्रय पाती हैं। ज्वारभाटा के उठते-गिरते जल के प्रभाव से यहाँ प्रत्येक दिन दो बार बाढ़ आती है और फिर कुछ घंटों बाद पानी वापस समुद्र में चला जाता है, और वन के तल में हर ओर गीला कीचड़ होता है। वन्य जीवों के लिए यह एक बहुत महत्वपूर्ण वातावरण है।[1][2][3]
कोरिंगा वन्य अभयारण्य | |
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Coringa Wildlife Sanctuary | |
आईयूसीएन श्रेणी चतुर्थ (IV) (आवास/प्रजाति प्रबंधन क्षेत्र) | |
अवस्थिति | आन्ध्र प्रदेश, भारत |
निकटतम शहर | काकीनाड़ |
निर्देशांक | 16°49′53″N 82°20′12″E / 16.83139°N 82.33667°Eनिर्देशांक: 16°49′53″N 82°20′12″E / 16.83139°N 82.33667°E |
क्षेत्रफल | 235.7 कि॰मी2 (58,200 एकड़) |
स्थापित | 5 जुलाई 1978 |
शासी निकाय | आन्ध्र प्रदेश वन विभाग |
coringasanctuary |
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "River Godavari". rainwaterharvesting.org. मूल से 14 मई 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2006-11-12.
- ↑ "Lonely Planet South India & Kerala," Isabella Noble et al, Lonely Planet, 2017, ISBN 9781787012394
- ↑ "Hand Book of Statistics, Andhra Pradesh," Bureau of Economics and Statistics, Andhra Pradesh, India, 2007