कोल्ड डेज़र्ट बायोस्फीयर रिज़र्व

कोल्ड डेजर्ट बायोस्फीयर रिजर्व उत्तर भारत में हिमाचल प्रदेश के भीतर पश्चिमी हिमालय में स्थित एक बायोस्फीयर रिजर्व है। बायोस्फीयर रिजर्व स्थलीय और तटीय पारिस्थितिक तंत्र के क्षेत्र हैं जो टिकाऊ उपयोग के द्वारा जैव विविधता के संरक्षण को बढ़ावा देते हैं। दुनिया भर में 134 से अधिक देशों में 738 से अधिक बायोस्फीयर रिजर्व हैं। पर्यावरण और वन मंत्रालय, परिदृश्य, जैविक विविधता और सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के लिए संबंधित राज्य सरकारों को वित्तीय सहायता प्रदान करता है। इस क्षेत्र को कोल्ड डेजर्ट बायोम का दर्जा प्राप्त है। यह क्षेत्र दो कारणों से शीत मरुस्थलीय जीवोम का दर्जा रखता है, एक तो हिमालय का पवनमुक्त (Leeward) भाग है जो मानसूनी हवाओं से बचा हुआ है और दूसरा औसतन 3000-5000 मीटर की ऊंचाई पर इसकी स्थिति है। [1]

सरचू, लद्दाख

कोल्ड डेजर्ट का क्षेत्रफल 7,770 वर्ग किलोमीटर (1,920,000 एकड़) है।

इसमें शामिल है:

अवस्थिति (लोकेशन)

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भारत के ठंडे मरुस्थल हिमालय पर्वत के निकट स्थित हैं। वे भारतीय मानसून से प्रभावित नहीं होते हैं क्योंकि वे हिमालय की वर्षा छाया में रहते हैं।

वनस्पति और जीव

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जलवायु परिस्थितियों को देखते हुए यहां महत्वपूर्ण जैव विविधता है। वनस्पतियों के कुछ प्रतिनिधि औषधीय पौधे हैं जैसे कि एकोनिटम रोटुंडिफोलियम (Aconitum Rotundifolium), अर्नेबियूक्रोमा (Arnebiaeuchroma), एफेड्रा जेरार्डियाना (Ephedra Gerardiana), फेरुला जैशकेना (Gerula Jaeschkeana) और हायोसीमुसनिगर (Hyoscymusniger)। जीवों के अपने प्रतिनिधि भी हैं, जैसे ऊनी खरगोश, तिब्बती गज़ेल, हिम तेंदुआ, हिमालयी काला भालू, हिमालयी भूरा भालू, लाल लोमड़ी, तिब्बती भेड़िया, हिमालयन आइबेक्स, हिमालयन मर्मोट, हिमालयी नीली भेड़, लाल चोंच वाली शॉ (Chough), चुकार तीतर, स्नो पार्ट्रिज, ब्लू रॉक पिजन, स्नो पिजन, हिमालयन स्नोकॉक, लैमर्गायर, हिमालयन ग्रिफन, गोल्डन ईगल, रोजफिंच, व अन्य इस क्षेत्र में पाये जाते हैं। [1]

इन्हें भी देखें

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  1. Centre, UNESCO World Heritage. "Cold Desert Cultural Landscape of India". UNESCO World Heritage Centre (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2021-05-24.