कोल्हान विश्वविद्यालय
कोल्हान विश्वविद्यालय, भारत के झारखण्ड राज्य में पश्चिमी सिंहभूम जिले के चाईबासा में स्थित एक विश्वविद्यालय है। इसकी स्थापना राँची विश्वविद्यालय से अलग करके 13 अगस्त 2009 को की गई थी। 2015 में इसे राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (NAAC) द्वारा परीक्षित किया गया है।[2] अनुसूचित जाति और जनजाति के विद्यार्थियों पर विशेष ध्यान देते हुए यह विश्वविद्यालय समावेशी शिक्षा प्रदान करता है। इस विश्वविद्यालय के ज्यादतर कॉलेज चाईबासा, जमशेदपुर और सरायकेला-खरसावां जिले में है। इस विश्वविद्यालय में स्नातक लेवल और स्नातकाेत्तर लेवल पर स्थानीय भाषाओं में भी पढ़ाई होती है।[1] विश्वविद्यालय के सबसे पुराने कॉलेजों में टाटा कॉलेज चाईबासा, जमशेदपुर कोऑपरेटिव कॉलेज, ग्रेजुएट कॉलेज जमशेदपुर, चांडिल कॉलेज चांडिल, घाटशिला कॉलेज आदि हैं। इस विश्वविद्यालय से 2022 में अलग करके लड़कियों के लिए वीमेंस यूनिवर्सिटी जमशेदपुर की स्थापना की गई। जहां लड़कियों के पढ़ने के लिए बेहतर व्यवस्था है।
प्रकार | परास्नातक, एमफिल व पीएचडी |
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स्थापित | 2009 |
कुलाधिपति | झारखण्ड के राज्यपाल |
उपकुलपति | श्री मनोज कुमार[1] |
स्थान | चाईबासा, झारखण्ड, 833202, भारत 22°47′49″N 86°10′50″E / 22.7969829°N 86.1805778°E |
परिसर | ग्रामीण |
जालस्थल | http://www.kolhanuniversity.ac.in/ |
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "VC's Profile". कोल्हान विश्वविद्यालय का जालघर. मूल से 6 जुलाई 2019 को पुरालेखित
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दिए जाने पर|url=भी दिया जाना चाहिए
(मदद). गायब अथवा खाली|url=
(मदद);|access-date=
दिए जाने पर|url= भी दिया जाना चाहिए
(मदद) - ↑ "कोल्हान विश्वविद्यालय को मिला नैक का सी ग्रेड". प्रभात खबर. मूल से 31 जनवरी 2020 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 31 जनवरी 2020.