कोशिकाच्छद
कोशिकाच्छद, या परिकोशिकीय आव्यूह, एक ग्लाइकोप्रोटीन और ग्लाइकोलिपिड आवरण है जो जीवाणु, उपकला कोशिकाओं और अन्य कोशिकाओं के कोशिका झिल्ली को घेरता है। 1970 में एक समीक्षा लेख में इसका वर्णन किया गया था [1]
प्राणी उपकला कोशिकाओं में उनके कोशिका झिल्ली की बाह्य सतह पर चिपचिपा आवरण होता है। यह चिपचिपी आवरण कोशिकाच्छद है जिसमें झिल्ली ग्लाइकोलिपिड और ग्लाइकोप्रोटीन के कई कार्बोहाइड्रेट प्रकार्यात्मक समूह होते हैं, जो समर्थन करते हैं। साधारणतः, कोशिका झिल्लियों की सतह पर पाए जाने वाले ग्लाइकोलिपिडों का कार्बोहाइड्रेट भाग इन अणुओं को कोशिका-कोशिका पहचान, संचार और अन्तःकोशिकीय आसंजन में योगदान करने में सहायता करता है। [2]
कोशिकाच्छद एक प्रकार का पहचानकर्ता है जिसका उपयोग शरीर अपनी स्वस्थ कोशिकाओं और प्रत्यारोपित ऊतकों, रोगग्रस्त कोशिकाओं या आक्रामक जीवों के मध्य अन्तर करने हेतु करता है। कोशिकाच्छद में शामिल कोशिका-आसंजन अणु हैं जो कोशिकाओं को परस्पर का आसंजन में सक्षम बनाते हैं और भ्रूण के विकास के दौरान कोशिकाओं के गति को निर्देशित करते हैं। [3] केशिकाओं में लाल रक्त कोशिका की मात्रा के व्यवस्था सहित एंडोथेलियल संवहनी ऊतक के नियमन में कोशिकाच्छद एक प्रमुख भूमिका निभाता है। [4]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Martínez-Palomo, A. (1970). "The Surface Coats of Animal Cells". International Review of Cytology. 29: 29–75. डीओआइ:10.1016/S0074-7696(08)60032-7.Martínez-Palomo, A. (1970). "The Surface Coats of Animal Cells". International Review of Cytology. 29: 29–75. doi:10.1016/S0074-7696(08)60032-7.
- ↑ McKinley, M. & V.D. O’Loughlin. Human Anatomy. McGraw-Hill, 2012. 3rd ed. p. 30-31.
- ↑ Saladin, Kenneth. "Anatomy & Physiology: The unity of form and function." McGraw Hill. 5th Edition. 2010. p. 94-95
- ↑ Reitsma, Sietze. "The endothelial glycocalyx: composition, functions, and visualization." European Journal of Physiology. 2007. Vol. 454. Num. 3. p. 345-359