कोस्तानय​ ओब्लिसी
Қостанай облысы
मानचित्र जिसमें कोस्तानय​ ओब्लिसी Қостанай облысы हाइलाइटेड है
सूचना
राजधानी : कोस्तानय​
क्षेत्रफल : १,९६,००० किमी²
जनसंख्या(२००७):
 • घनत्व :
९.००.३००
 ४.६/किमी²
उपविभागों के नाम: ज़िले
उपविभागों की संख्या: १६
मुख्य भाषा(एँ): रूसी, कज़ाख़


कोस्तानय​ प्रांत (कज़ाख़: Қостанай облысы, अंग्रेज़ी: Kostanay Province या Qostanay Province) मध्य एशिया के क़ाज़ाख़स्तान देश का एक प्रांत है। इसकी राजधानी भी कोस्तानय​ नाम का शहर ही है। इसके अलावा रुदनीय (Рудный, Rudniy) भी इस राज्य का एक अन्य प्रमुख शहर है।

कोस्तानय​ शहर का एक दृश्य

कोस्तानय प्रान्त यूराल पहाड़ों के पास और रूस की सीमा पर स्थित है। यहाँ की भूमि ज़्यादातर समतल है और इसके काफ़ी भाग में बहुत ही उपजाऊ काले रंग की चेरनोज़ेम (chernozem) मिटटी है। बहुत से नदी-झरने इस से गुज़रते हैं। तोबोल नदी (Tobol river), जो इरतिश नदी की एक महत्वपूर्ण उपनदी है, इसी प्रांत से शुरू होकर उत्तर को रूस की तरफ बहती है। सूबे में ५००० से अधिक झीलें गिनी गई हैं। उत्तर में चीड़ (पाइन) के वन विस्तृत हैं और दक्षिण में स्तेपी के घास-झाड़ के मैदान फैले हुए हैं।

रूसी समुदाय में बढ़ौतरी

संपादित करें

१९५० के दशक में, जब क़ाज़ाख़स्तान सोवियत संघ का हिस्सा था, तो सोवियत संघ में अनाज की बहुत कमी हुई। उस ज़माने में सोवियत व्यवस्था में अधिकतर अनाज रूस के उपजाऊ क्षेत्रों में उगाया जाता था। सोवियत नेता निकिता ख़्रुशचेव​ (Nikita Khrushchev) ने ऐलान किया की अनाज की पैदावार बढ़ाने के लिए मध्य एशिया के स्तेपी इलाक़े की ज़मीनों पर नए सिरे से खेती शुरू की जाएगी। इस अभियान का नाम 'नई धरती' (virgin lands) रखा गया। भारी मात्र में रूस और युक्रेन से लोग उत्तरी क़ाज़ाख़स्तान के नए खेतों में आ बसे जिस से स्थानीय समुदायों का मिश्रण भी बदल गया। यही कारण है कि कोस्तानय प्रान्त जैसे इलाक़ों में रूसी लोगों की बहुतायत है।[1]

सन् २००६ की जनगणना के अनुसार यहाँ के ३३.८% लोग कज़ाख़, ४१.७% लोग रूसी और ३.९% जर्मन समुदाय के हैं। इनके अलावा यहाँ बेलारूसी और तातार समुदाय भी बसते हैं। सोवियत संघ के ख़त्म हो जाने के बाद यहाँ से रूसी और जर्मन लोग धीरे-धीरे रूस और जर्मनी जा रहें हैं जिस से इनकी जनसँख्या इस प्रांत में घट रही है।

इन्हें भी देखें

संपादित करें
  1. Bradt Travel Guide: Kazakhstan, Paul Brummell, Bradt Travel Guides, 2012, ISBN 978-1-84162-369-6, ... in early 1954 the Soviet leader Nikita Khrushchev launched into an attack on the state of Soviet agriculture ... major shortage of grain ... plan was drawn up to plough 40 million hectares of virgin steppe in Kazakhstan and western Siberia ... first train into Akmola bringing volunteers for the new scheme arrived from Almaty on 2 मार्च 1954 ...