खैरना (Khairna) भारत के उत्तराखण्ड राज्य के नैनीताल ज़िले में स्थित एक छोटी बस्ती है। यह कोसी नदी और खैरना नदी के संगम स्थल पर खैरना पुल के समीप बसा हुई है।[1][2][3]

खैरना
Khairna / Khyrna
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खैरना पुल, सन् 1894
खैरना पुल, सन् 1894
खैरना is located in उत्तराखंड
खैरना
खैरना
उत्तराखण्ड में स्थिति
निर्देशांक: 29°29′48″N 79°28′52″E / 29.496571°N 79.480985°E / 29.496571; 79.480985निर्देशांक: 29°29′48″N 79°28′52″E / 29.496571°N 79.480985°E / 29.496571; 79.480985
देश भारत
प्रान्तउत्तराखण्ड
ज़िलानैनीताल ज़िला
भाषा
 • प्रचलितहिन्दी, कुमाऊँनी
पिनकोड263135
वाहन पंजीकरणUK 04

विवरण संपादित करें

खैरना पुल कोसी नदी पर ब्रिटिश काल के समय से ही स्थित है। खैरना एक छोटा-सा बसेरा है, जो इसी नाम के पुल के दोनों ओर बस गया। खैरना मछिलयों के शिकार के लिए विख्यात है।

इतिहास संपादित करें

१९ वीं सदी के अंत में ब्रिटिश सरकार ने खैरना नदी से लगती एक नई सड़क बनाने का फैसला किया, ताकि रानीखेत छावनी को संयुक्त प्रांत की तत्कालीन ग्रीष्मकालीन राजधानी, नैनीताल के साथ सीधे कनेक्ट किया जा सके। इससे पहले नैनीताल से रानीखेत जाने के लिये अल्मोड़ा होकर जाना पड़ता था। धीरे-धीरे लोगों ने पुल के दोनों छोरों पर दुकानें स्थापित करना शुरू किया, और इस प्रकार खैरना बाज़ार का उद्गम हुआ। धीरे धीरे लोग बढ़ते गए, और वह बाजार आज एक छोटे से कस्बे का रूप धारण कर चुका है।

भूगोल संपादित करें

खैरना नगर कोसी और शिप्रा नदियों के संगम पर स्थित है। यह नैनीताल और रानीखेत, दोनों से ही ३० किमी की दूरी पर स्थित है। खैरना पुल भुवाली-रानीखेत रोड के साथ राष्ट्रीय राजमार्ग १०९ के जंक्शन को चिह्नित करता है। खैरना नदी के पानी में आयरनस्टोन और क्वार्टजाइट प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।

शिक्षा संपादित करें

खैरना में एक राजकीय इंटर कॉलेज स्थित है, जिसमें लगभग ४०० छात्र अध्ययन करते हैं।

इन्हें भी देखें संपादित करें

बाहरी कड़ियाँ संपादित करें

  • "In a league of its own". The Hans India (अंग्रेज़ी में). 17 October 2015. मूल से 13 अप्रैल 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 12 April 2017.
  • Records of the Geological Survey of India (अंग्रेज़ी में). The Survey. पृ॰ 17. मूल से 12 अप्रैल 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 12 April 2017.
  • खाती, आनंद (11 May 2016). "खैरना का आदर्श विद्यालय बायो मैट्रिक मशीन और गेट तक सीमित". गरमपानी: अमर उजाला. मूल से 13 अप्रैल 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 12 April 2017.
  • कपाड़िया, हरीश (1999). Across peaks & passes in Kumaun Himalaya (अंग्रेज़ी में). दिल्ली: इंडस प्रकाशन.

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "Start and end points of National Highways". मूल से 22 सितंबर 2008 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 23 April 2009.
  2. "Uttarakhand: Land and People," Sharad Singh Negi, MD Publications, 1995
  3. "Development of Uttarakhand: Issues and Perspectives," GS Mehta, APH Publishing, 1999, ISBN 9788176480994