ग़म्द क़बीला
ग़म्द या ग़ामिद (अरबी: غامد, अंग्रेज़ी: Ghamd या Ghamid) एक बदू अरबी कबीला है। यह उन गिनती के अरब क़बीलों में से है जिन्हें अरबी प्रायद्वीप का मूल निवासी माना जाता है। इस कबीले के लोग ज़हरान क़बीले के भी सम्बन्धी हैं और उनके ऐतिहासिक मित्रपक्ष में रहे हैं।[1] इनकी मूल मातृभूमि अरबी प्रायद्वीप का दक्षिणी या दक्षिणपूर्वी भाग, विशेषकर यमन और सउदी अरब का अल-बाहाह क्षेत्र, कही जाती है। यह सउदी अरब के बड़े क़बीलों में से एक माना जाता है। इस्लाम के शुरूआती दौर में इन्होनें आरंभिक मुस्लिम साम्राज्य में भूमिका निभाई थी।
शाखाएँ
संपादित करेंग़ामिद क़बीले की तीन मुख्य शाखाएँ हैं:
- अल-बाहाह प्रान्त और असीर प्रान्त की सरवात पहाड़ियों में बसने वाले पहाड़ी ग़म्द
- पूर्व के रेगिस्तान में बदू लोगों का जीवन व्यतीत करने वाले ग़म्द
- लाल सागर के तटवर्ती तिहामाह मैदानी क्षेत्र में बसने वाले ग़म्द
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ An A to Z of Places and Things Saudi, Kathy Cuddihy, pp. 6, Stacey International, 2001, ISBN 978-1-900988-40-7, ... From the Al-Azd are descended the region's two main tribes: Ghamid and Zahran. This familial bond has served them well over the centuries. Ghamid and Zahran have always remained strong allies ...