ग़ुलाम अहमद फ़रोगी (1861-1919) भोपाल राज्य में अरबी और फ़ारसी भाषा के ख्याति के एक विद्वान और शायर थे। उन्होंने भोपाल के जहांगीरा स्कूल में शिक्षक और सुलेमानिया स्कूल में 'हेड मौलवी' के रूप में कार्य किया। ये दोनों स्कूल भोपाल रियासत के दौरान धनी वर्ग के छात्रों के दाखिले के लिए बहुत प्रसिद्ध थे।[1]

  1. Hakim Syed Zillur Rahman (2008). "Chapter: Ghulam Ahmad Faroghi". Hayat Karam Husain (2nd संस्करण). Aligarh/India: Ibn Sina Academy of Medieval Medicine and Sciences. पपृ॰ 218–222. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-81-906070-5-6.