गौड़ीय मठ, गौड़ीय वैष्णव सम्प्रदाय का प्रसिद्ध मठ है जिसकी स्थापना ६ सितम्बर १९२० को हुई थी। इसके लगभग ३० माह पूर्व भक्तिसिद्धान्त सरस्वती ने संन्यास लिया था। ७ मार्च १९१८ को जब उन्होने संन्यास लिया था, उसी दिन पश्चिम बंगाल के मायापुर में श्री चैतन्य मठ की स्थापना की थी। इसका उद्देश्य गौड़ीय वैष्णव धर्म का प्रचार-प्रसार करना है।

श्री गौड़ीय मठ
গৌড়ীয় মঠ

श्री गौड़ीय मठ, बागबाजार, कोलकाता
उत्तराधिकारी गौडीय मिशन और श्री चैतन्य मठ
स्थापना 6 सितम्बर 1920 (104 वर्ष पूर्व) (1920-09-06)
संस्थापक स्वामी भक्तिसिद्धान्त सरस्वती
स्थापना हुई कोलकाता
प्रकार धार्मिक संगठन
उद्देश्य शिक्षा, परोपकार, धार्मिक शिक्षा, अध्यात्म
मुख्यालय कोलकाता
स्थान
  • 64 केन्द्र
आधिकारिक भाषा
बांग्ला, अंग्रेजी
संबद्धता गौड़ीय वैष्णव धर्म
गौड़ीय मठ के संस्थापक स्वामी भक्तिसिद्धान्त सरस्वती
जगन्नाथपुरी का गौड़ीय-मठ-मन्दिर, जो गौड़ीय-मठ की एक शाखा है।