ग्रेटर नोएडा प्रेस क्लब
ग्रेटर नोएडा प्रेस क्लब नोएडा, ग्रेटर नोएडा और दिल्ली एनसीआर में कार्यरत पत्रकारों का एक सामाजिक संगठन है। यह पत्रकारों के व्यावसायिक, सामाजिक एवं आर्थिक विकास के लिए कार्यरत है। संगठन का उद्देश्य पत्रकारिता के उच्चतम मापदंडों को विकसित करना एवं पत्रकारों के अधिकारों की रक्षा करना है। ग्रेटर नोएडा प्रेस क्लब की स्थापना 24 जुलाई 2003 को हुई थी। ग्रेटर नोएडा में एक प्रेस क्लब की स्थापना का विचार मेरठ, मुजफ्फरनगर और सहारनपुर आदि नगरों में पत्रकारों के संगठनों को देखकर उत्पन्न हुआ था।[1][2][3][4]
संस्था का पुनरुद्धार
संपादित करेंदुर्भाग्यपूर्ण कारणों से ग्रेटर नोएडा प्रेस क्लब स्थापना के पश्चात निष्क्रिय हो गया था। वर्ष 2014 में युवा पत्रकार पंकज पाराशर के नेतृत्व में संगठन का पुनरुद्धार किया गया। अब प्रेस क्लब राष्ट्रीय, सामाजिक और आर्थिक मुद्दों पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर रहा है। प्रेस क्लब अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए तीव्र गति से कार्यरत है।[5][6][7][8][9]
शब्द मधु पत्रिका
संपादित करेंशब्द मधु ग्रेटर नोएडा प्रेस क्लब की वार्षिक पत्रिका है। इस पत्रिका में भारत, चीन और पाकिस्तान के शीर्ष पत्रकारों के लेख प्रकाशित किए जा रहे हैं।[10][11]
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 25 फ़रवरी 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 1 मार्च 2018.
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 2 मार्च 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 1 मार्च 2018.
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 15 फ़रवरी 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 1 मार्च 2018.
- ↑ https://www.livehindustan.com/ncr/noida/story-the-greater-noida-press-club-organized-the-holy-seeing-ceremony-1825233.html
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 1 मार्च 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 1 मार्च 2018.
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 2 मार्च 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 1 मार्च 2018.
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 1 मार्च 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 1 मार्च 2018.
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 2 मार्च 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 1 मार्च 2018.
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 1 मार्च 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 1 मार्च 2018.
- ↑ "संग्रहीत प्रति" (PDF). मूल (PDF) से 26 सितंबर 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 1 मार्च 2018.
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 1 मार्च 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 1 मार्च 2018.