हिंदू पञ्चाङ्ग की चौथी तिथि को चतुर्थी कहते हैं। यह तिथि मास में दो बार आती है। एक पूर्णिमा होने पर और दूूूसरी अमावस्या होने पर। पूर्णिमा के आगे आने वाली चतुर्थी को कृष्ण पक्ष की चतुर्थी और अमावस्या के आगे आने वाली चतुर्थी को शुक्ल पक्ष की चतुर्थी कहते हैं।

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