चार्ल्स के काव
भौतिक विज्ञानी, नोबल पुरस्कार विजेता
प्रोफेसर चार्ल्स कुएन काव (4 नवम्बर 1933 – 23 सितम्बर 2018) में दूरसंचार के क्षेत्र में फाइबर ऑप्टिक्स के प्रयोग के प्रणेता थे। काव, को व्यापक रूप से, दूरसंचार के क्षेत्र मे प्रकाशीय तंतु के प्रयोग" का पिता माना जाता था, उन्हें 2009 का भौतिकी का नोबेल पुरस्कार उनके असाधारण कार्य 'प्रकाश का प्रकाशीय तंतु के द्वारा प्रकाशीय संचार हेतु संचरण' के लिए संयुक्त रूप से प्रदान किया गया। उनका निधन 23 सितम्बर 2018 को अल्जाइमर रोग से हांगकांग हुआ।[2]
चार्ल्स के काव 高錕 | |
---|---|
![]() | |
जन्म |
4 नवम्बर 1933 शंघाई, चीन |
मृत्यु |
23 सितम्बर 2018 शा तिन, हांगकांग | (उम्र 84 वर्ष)
आवास |
हांग कांग संयुक्त राज्य अमेरिका |
नागरिकता |
संयुक्त राज्य अमेरिका यूनाइटेड किंगडम[1] |
जातियता | चीनी |
क्षेत्र | प्रकाश |
संस्थान |
हाँग काँग का चीनी विश्वविद्यालय ITT कार्पोरेशन स्टैंडर्ड टेलिफोन एण्ड केबल्स |
प्रसिद्धि | प्रकाशीय तंतु |
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "संग्रहीत प्रति". Archived from the original on 26 जून 2013. Retrieved 8 अक्तूबर 2009.
{{cite web}}
: Check date values in:|access-date=
(help) - ↑ "Hong Kong mourns passing of Nobel Prize winner and father of fibre optics, Charles Kao, 84" [फाइबर प्रकाशिकी के जनक और नोबेल विजेता के चल बसने से होंग-कोंग में शोक] (in अंग्रेज़ी). साउथ चाइना मोर्निंग पोस्ट. २३ सितम्बर २०१८. Archived from the original on 23 सितंबर 2018. Retrieved २४ सितम्बर २०१८.
{{cite web}}
: Check date values in:|accessdate=
and|date=
(help)