चार्ल्स पंचम
चार्ल्स पंचम (डच: Karel, जर्मन: Karl, स्पेनी: Carlos, इतालवी: Carlo; 24 फरवरी 1500 - 21 सितंबर 1558) 1519 से 1556 तक ऑस्ट्रिया के आर्कड्यूक (शासक) और पवित्र रोमन सम्राट, चार्ल्स प्रथम के रूप में 1516 से 1559 तक स्पेन के राजा और 1506 से 1555 तक बरगंडी के ड्यूक के रूप में नीदरलैंड के स्वामी थे। वह 16वीं शताब्दी की पहली छमाही के दौरान उभरते हैबसबर्ग राजवंश के प्रमुख थे।
चार्ल्स पंचम | |
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पवित्र रोमन सम्राट | |
शासनावधि | 11 दिसंबर 1474 1509 – 26 नवंबर 1504 |
राज्याभिषेक | 24 फ़रवरी 1530 |
पूर्ववर्ती | मैक्सिमिलियन प्रथम, पवित्र रोमन सम्राट |
उत्तरवर्ती | फर्डिनेंड प्रथम, पवित्र रोमन सम्राट |
जन्म | 24 फ़रवरी 1500 गेन्ट, फ़्लैंडर्स, बरगंडी की डची |
निधन | 21 सितम्बर 1558 युस्टे का मठ | (उम्र 58 वर्ष)
समाधि | |
जीवनसंगी | पुर्तगाल की इसाबेला |
संतान | स्पेन के फिलिप द्वितीय
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घराना | हैब्सबर्ग राजवंश |
पिता | बरगंडी के फिलिप षष्ठम |
माता | जोआना, कैस्तिला की रानी |
धर्म | रोमन कैथोलिक |
हस्ताक्षर |
यूरोप में उनके प्रभुत्व में था, पवित्र रोमन साम्राज्य जिसमें जर्मनी से उत्तरी इटली तक के क्षेत्र थे। उनका उनके राजवंश की वंशानुगत भूमि ऑस्ट्रिया और नीदरलैंड पर प्रत्यक्ष शासन था। जबकि नेपल्स, सिसिली और सार्डिनिया के दक्षिणी इतालवी राज्यों के साथ एकीकृत स्पेन भी उन्हीं का राज्य था। इसके अलावा, उनके शासनकाल में अमेरिका में लंबे समय तक चले स्पेनिश और अल्पकालिक समय तक चले जर्मन उपनिवेश शामिल थे। चार्ल्स का यूरोपीय और अमेरिकी क्षेत्रों का व्यक्तिगत संघ पहला राज्यों का संघ था जिसे वह "साम्राज्य जिसपर कभी सूरज नहीं डूबता" का नाम दिया गया था।[1]
जीवनी
संपादित करेंशुरूआती जीवन
संपादित करेंचार्ल्स का जन्म फ़्लैंडर्स काउंटी में हैब्सबर्ग राजवंश के फ़िलिप प्रथम (मैक्सिमिलियन प्रथम, पवित्र रोमन सम्राट और मैरी ऑफ बरगंडी के बेटे) और जोआना ऑफ कैस्टिल (कैस्टिल की इसाबेला प्रथम और आरागॉन के फर्डिनेंड द्वितीय की बेटी) के बेटे के रूप में हुआ था। चार्ल्स अपने दादा-दादी एवं नाना नानी के परम उत्तराधिकारी बने। उन्हें अपने परिवार के सभी राज्य कम उम्र में विरासत में मिले। 1506 में फ़िलिप की मृत्यु के बाद उन्हें बर्गंडियन नीदरलैंड विरासत में मिला, जो मूल रूप से उनकी दादी मैरी का अधिकारक्षेत्र था।[2] 1516 में, वह अपनी माँ जोआना के साथ स्पेन के सह-सम्राट बने और इस तरह वह सयुंक्त स्पेन के पहला राजा थे। 1519 में अपने दादा मैक्सिमिलियन की मृत्यु पर, उन्हें ऑस्ट्रिया विरासत में मिला और उन्हें पवित्र रोमन सम्राट के रूप में चुना गया। उनके राज के क्षेत्र थे:
- 1506 में अपने पिता फ़िलिप प्रथम की मृत्यु पर बर्गंडियन नीदरलैंड (बेल्जियम, नीदरलैंड, लक्समबर्ग)।
- 1516 में अपने नाना फर्डिनेंड द्वितीय की मृत्यु पर कैस्टिल एवं आरागॉन (वर्तमान स्पेन)।
- 1519 में अपने दादा मैक्सिमिलियन प्रथम की मृत्यु पर हैब्सबर्ग वंशानुगत भूमि (ऑस्ट्रिया और चेक गणराज्य) एवं पवित्र रोमन साम्राज्य का ताज।
शासनकाल
संपादित करेंपोप का साथ देते हुए चार्ल्स ने मार्टिन लूथर को डाइट ऑफ वर्म्स (1521) नामक सभा में समाज से बहिष्कृत कर दिया था।[3] उसी वर्ष फ्रांस के फ्रांसिस प्रथम ने हैब्सबर्ग के क्षेत्रों से अपने को घिरा पाते हुए लोम्बार्डी (उत्तरी इटली) में संघर्ष शुरू कर दिया जो पाविया की लड़ाई (1525) तक चला। प्रोटेस्टेंट मामला 1527 में फिर से उभरा क्योंकि रोम को चार्ल्स के विद्रोही सैनिकों ने उजाड़ दिया जिसमें से अधिकतर लूथरवाद पे विश्वास रखते थे। बाद में चार्ल्स की सेनाओं ने 1529 में तुर्कों से वियना का बचाव किया।
फिर भी, 40 के दशक की शुरुआत में हंगरी में बुडा को तुर्कों द्वारा जीतने से उनकी उस्मानी-विरोधी नीतियों को निराशा मिली। इस बीच, एक कैथोलिक संधि को लूथरवादी श्माल्डिक लीग के मानने से इनकार के बाद एक युद्ध को जन्म मिला। यह लीग पवित्र रोमन साम्राज्य के प्रोटेस्टेंट राजकुमारों द्वारा चार्ल्स से अपनी सुरक्षा के लिये बनाई गई थी। शुरुआत में इस लीग को कई हारों का सामना करना पड़ा। हालाँकि, बाद में फ्रांस के हेनरी द्वितीय ने लूथरवाद को नए समर्थन की पेशकश की और उस्मानी साम्राज्य के 1520 से शासक सुल्तान सुलेमान के साथ गठबंधन को मजबूत किया। अंततः, चार्ल्स पंचम ने 1555 में ऑग्सबर्ग के शांति समझौते को स्वीकार कर लिया जिसमें लूथरवादियों को सीमित स्वतंत्रता प्रदान की गई थी।
विवाह
संपादित करेंसबसे पहले 1507 में चार्ल्स के विवाह की बात मैरी ट्यूडर से हुई थी जो हेनरी सप्तम की पुत्री थीं। 1513 में इस रिश्ते को इंकार कर दिया गया। 1521 में अंग्रेजों के साथ गठबंधन बनाने के लिये उनकी सगाई इंग्लैण्ड की मैरी के साथ की गई जो उनकी मौसेरी बहन थीं। लेकिन उस समय मैरी केवल 6 वर्ष की थी इसलिये 1525 में यह रिश्ता तोड़ दिया गया।
1525 में उन्होंने पुर्तगाल की इसाबेला से विवाह किया। यह विवाह बहुत स्नेहपूर्ण रहा एवं 1539 में इसाबेला की मृत्यु के बाद चार्ल्स ने कोई और विवाह नहीं किया।[4] इसाबेला से चार्ल्स के सात बच्चे हुए लेकिन तीन ही व्यस्क होने तक जीवित रहे।
मृत्यु
संपादित करेंचार्ल्स ने 1556 में राज-त्याग कर दिया। इससे स्पेन का राज उनके बेटे फ़िलिप द्वितीय को गया और उनके भाई फर्डिनेंड प्रथम को पवित्र रोमन सम्राट बनाया गया जो 1521 के बाद से चार्ल्स के नाम पर ऑस्ट्रिया के आर्कड्यूक थे। ड्युची ऑफ़ मिलान और हैब्सबर्ग नीदरलैंड को व्यक्तिगत रूप से स्पेन के राजा के ऊपर छोड़ा गया लेकिन वह पवित्र रोमन साम्राज्य का हिस्सा बने रहे। 1557 में, चार्ल्स एक मठ में सेवानिवृत्त हुए और एक साल बाद उनकी मृत्यु हो गई। 1700 में स्पैनिश हैब्सबर्ग के विलुप्त होने तक हैब्सबर्ग के दोनों राजवंशों का गठजोड़ रहा।
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Chesney, Elizabeth A.; Zegura, Elizabeth Chesney (2004). The Rabelais Encyclopedia (अंग्रेज़ी में). Greenwood Publishing Group. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9780313310348.
- ↑ Charles Quint, prince des Pays-Bas (फ़्रेंच में). La Renaissance du Livre. 1943.
- ↑ Smedley, Edward (1845). Encyclopædia metropolitana; Volume 17 (अंग्रेज़ी में). London.
- ↑ Kamen, H. (29 May 1997). Philip of Spain. Yale University Press. पृ॰ 2. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-300-07081-1.