चित्रलेखा
हिन्दी भाषा में प्रदर्शित चलवित्र
चित्रलेखा 1964 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है जो भगवती चरण वर्मा द्वारा रचित हिन्दी उपन्यास ‘चित्रलेखा’ (1934) पर आधारित है। फिल्म के मुख्य कलाकार हैं अशोक कुमार, मीना कुमारी, प्रदीप कुमार और महमूद। फिल्म के निर्देशक है केदार शर्मा जिन्होंने इसी नाम से १९४१ में भी एक फिल्म बनाई थी। फिल्म रोचक है परंतु उपन्यास की तुलना में हलकी पड़ती है। जहाँ लेखक ने विभिन्न विचारधाराओं में संतुलन बनाये रखा फिल्म में ''योग' की अपेक्षा 'भोग' के पक्ष में असंतुलन देखने को मिलता है। साहिर लुधियानवी के गीत और रोशन का संगीत कर्ण प्रिय हैं। 'संसार से भागे फिरते हो' और 'मन रे तू काहे न धीर धरे' आज भी लोकप्रिय हैं।
चित्रलेखा | |
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निर्देशक | किदार नाथ शर्मा |
अभिनेता |
अशोक कुमार, मीना कुमारी, प्रदीप कुमार, महमूद, मिनू मुमताज़, ज़ेब रहमान, अचला सचदेव, बेला बोस, नीता, |
प्रदर्शन तिथि |
1964 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
संक्षेप
संपादित करेंचरित्र
संपादित करेंमुख्य कलाकार
संपादित करें- अशोक कुमार - कुमारगिरि
- मीना कुमारी - चित्रलेखा
- प्रदीप कुमार
- महमूद
- मिनू मुमताज़
- ज़ेब रहमान
- अचला सचदेव - गायत्री देवी
- बेला बोस
- नीता