चिदानंद मूर्ति

भारतीय लेखक और इतिहासकार

एम चिदानंद मूर्ति एक विख्यात कन्नड़ साहित्यकार है जिन्होंने कन्नड़ भाषा के इतिहास पर बहुत शोध किया है। ये बैंगलूर विश्वविद्यालय के कन्नड़ विभाग के अध्यक्ष भी रहे हैं, इनका जन्म १९३१ में हुआ। उन्होंने हम्पी के ऐतिहासिक अवशेषों को सुरक्षित सहेजने के लिए भी अमूल्य प्रयास किया है। ये भग्नावशेष १५-६वीं सदी के विजयनगर साम्राज्य की शुरुआती राजधानी के हैं।

एम. चिदानंद मूर्ति
पेशासाहित्यकार
भाषाकन्नड़ भाषा
राष्ट्रीयताभारतीय
उल्लेखनीय कामsहोसतु होसतु

इनके द्वारा रचित एक समालोचना होसतु होसतु के लिये उन्हें सन् १९९७ में साहित्य अकादमी पुरस्कार (कन्नड़) से सम्मानित किया गया।[1]


पुरस्कार संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "अकादमी पुरस्कार". साहित्य अकादमी. मूल से 15 सितंबर 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 सितंबर 2016.