चोर पुलिस (1983 फ़िल्म)
हिन्दी भाषा में प्रदर्शित चलवित्र
चोर पुलिस सन् १९८३ में प्रमोचित हिन्दी भाषा की फ़िल्म है।
चोर पुलिस | |
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निर्देशक | अमज़द ख़ान |
लेखक | अख़्तर उल इमान |
अभिनेता |
शत्रुघन सिन्हा, परवीन बॉबी, शक्ति कपूर, अमज़द ख़ान, सत्येन्द्र कपूर, कादर ख़ान, अशोक कुमार, नरेन्द्र नाथ, निरूपा रॉय, सुधीर, विनोद मेहरा, बिन्दिया गोस्वामी, इम्तियाज़ ख़ान, कल्पना अय्यर |
प्रदर्शन तिथि |
1983 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
कथानक
संपादित करेंइंस्पेक्टर सुनील राणा को सिन्हा परिवार का तिहरे हत्याकाण्ड की जाँच सौंपी जाती है। जिन तीन लोगों की हत्या हुई है, उनमें श्री सिन्हा, उनका पुत्र इंस्पेक्टर रोहन और पुत्रवधु शामिल हैं। जाँच के बाद सुनील इस निष्कर्ष पर पहुँचता है कि हमलावर केवल डॉक्टर सिंह ही हो सकता है। वो भारत से भागने वाला है और बॉम्बे पुलिस के अधिकार क्षेत्र से दूर दुबई, संयुक्त अरब अमीरात में बसने वाला है। डॉक्टर सिंह को पकड़ने के लिए सुनील को सीमाओं को पार करना होगा और इस तरह सिन्हा परिवार को न्याय दिलाना होगा। तब सुनील को पता चलता है कि इस हत्याकांड में केवल डॉक्टर सिंह ही शामिल नहीं है, यह उससे कहीं अधिक जटिल है जितना उसने सोचा था।
मुख्य कलाकार
संपादित करें- शत्रुघन सिन्हा – इंस्पेक्टर सुनील राणा
- परवीन बॉबी – सीमा
- शक्ति कपूर – टोनी
- अमज़द ख़ान – बरखी खान
- सत्येन्द्र कपूर –
- कादर ख़ान – डॉक्टर सिंह
- अशोक कुमार – श्री सिन्हा (विशेष उपस्थिति)
- नरेन्द्र नाथ – प्रकाश
- निरूपा रॉय – श्रीमति सिन्हा (विशेष उपस्थिति)
- सुधीर – कप्तान मल्होत्रा
- गुर बच्चन सिंह – चरन
- विनोद मेहरा – इंस्पेक्टर रोहन सिन्हा (विशेष उपस्थिति)
- बिन्दिया गोस्वामी – श्रीमति रोहन सिन्हा (विशेष उपस्थिति)
- इम्तियाज़ ख़ान – डुबई पुलिस प्रमुख
- कल्पना अय्यर –
संगीत
संपादित करेंसंगीतकार: राहुल देव बर्मन गीतकार: निदा फ़ाज़ली
गाना | गायक |
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"तुमसे मिलके ज़िन्दगी को यूँ लगा" | लता मंगेशकर |
"मेरी जवानी है चांदी सोना" | आशा भोसले |
"आज मेरा दिल झूम झूम" | आशा भोसले |
"अटकन बटकन दही चटकन चू चू भो भो म्याऊ" | आशा भोसले, विनोद सहगल |
"तुम कहो और हम सुने, हम कहे, तुम सुनो, तुम हंसो तो सब हंसे, तुम ना रूठो मान जाओ ना" | आशा भोसले, सुरेश वाडकर, मान्ना दे, वनिता मिश्रा |