छत्तीसगढ़ सरकार की न्याय योजनाएं

छत्तीसगढ़ सरकार ने 2018 में ग्रामीणों, किसानों और मजदूरों के लिए न्याय योजनाओं की एक बड़ी श्रृंखला शुरू की, जिसका उद्देश्य इस तबके की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने के साथ-साथ ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देना था। देश के किसी भी राज्य में इस तरह की पहल पहली बार हो रही थी। इसकी शुरुआत राजीव गांधी किसान न्याय योजना के साथ हुई, और अब भूमिहीन किसानों-मजदूरों को भी इसमें शामिल कर लिया गया। लोकसभा में कृषि मामलों की समिति ने भी छत्तीसगढ़ सरकार के गोधन न्याय योजना की तारीफ की है और इसे पूरे देश में लागू करने की बात कही है।[1]

राजीव गांधी किसान न्याय योजना संपादित करें

 
राजीव गांधी किसान न्याय योजना के लाभार्थी किसान

छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा प्रस्तुत राज्य के बजट में किसानों के कल्याण के लिए 5700 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया था, जिसके माध्यम से राजीव गांधी किसान न्याय योजना 21 मई 2020 को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी जी के शहादत दिवस पर शुरू की गई थी।

छत्तीसगढ़ में कुल कृषि योग्य भूमि क्षेत्र 46.77 लाख हेक्टेयर है। राज्य की 70% आबादी कृषि में लगी हुई है और लगभग 37.46 लाख किसान परिवार हैं। इस योजना का उद्देश्य फसल उत्पादन को प्रोत्साहित करना और कृषि क्षेत्र में वृद्धि करना है। योजना के तहत प्रदान किए गए 5750 करोड़ रुपये चार किस्तों में किसानों के खातों में स्थानांतरित किए गए। इस योजना से राज्य के 19 लाख किसान लाभान्वित हुए।[2] योजना के प्रारंभिक वर्ष में धान, मक्का और गन्ना (रबी) फसलों को शामिल किया गया था। वर्ष 2020-21 में दलहन और तिलहन फसलों को भी शामिल करने का निर्णय लिया गया है। छत्तीसगढ़ सरकार ने भी राज्य के भूमिहीन खेतिहर मजदूरों को राजीव गांधी किसान न्याय योजना के दूसरे चरण में शामिल करने का निर्णय लिया है।[3]

इस योजना के तहत आगामी खरीफ सीजन की तैयारी के लिए किसानों को 21 मई 2021 को 1500 करोड़ रुपये मिले। इनपुट सब्सिडी के रूप में राशि प्रदेश के 22 लाख किसानों के बैंक खातों में सीधे हस्तांतरित किए गए।[4] पर्यावरण संरक्षण हेतु खेतों में पेड़ लगाने वाले किसानों को रुपये की इनपुट सब्सिडी दी जाएगी। अगले तीन वर्षों के लिए प्रति वर्ष 10 हजार दिये जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने पिछले दो वर्षों में किसानों के कृषि ऋण माफ करने के अलावा 11 हजार करोड़ रुपये के अतिरिक्त प्रोत्साहन भी वितरित किए हैं।[5][6]

गोधन न्याय योजना संपादित करें

 
जशपुर जिले में गाय के गोबर की खरीदी

20 जुलाई 2020 को भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली छत्तीसगढ़ सरकार ने जैविक खेती को बढ़ावा देने, ग्रामीण और शहरी स्तर पर रोजगार के नए अवसर पैदा करने, गाय पालन और गाय संरक्षण को बढ़ावा देने के साथ-साथ पशुपालकों को आर्थिक रूप से लाभान्वित करने के लिए गोधन न्याय योजना शुरू की। योजना के अनुसार, सरकार किसानों और पशुपालकों से 2 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से गाय का गोबर खरीदती है।[7] खरीद के बाद, महिला स्वयं सहायता समूह के सदस्यों द्वारा गाय के गोबर को वर्मीकम्पोस्ट और अन्य उत्पादों में परिवर्तित किया जाता है, जिसे किसानों को जैविक खाद के रूप में ₹10 प्रति किलोग्राम में बेचा जाता है,[8] इस योजना का उद्देश्य रासायनिक उर्वरकों के उपयोग को कम करना है।

मार्च 2021 की रिपोर्ट के अनुसार, गोधन न्याय योजना के तहत पशुधन मालिकों को 88 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है। इस योजना के तहत, राज्य के 1,62,497 पशुपालक लाभान्वित हो रहे हैं, जिसमें 70,299 भूमिहीन ग्रामीण और गोधन न्याय योजना के लाभार्थियों में 44.55 प्रतिशत महिलाएं शामिल हैं। [9]

राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना संपादित करें

छत्तीसगढ़ राज्य के ग्रामीण अंचल के भूमिहीन कृषि मजदूरों को आर्थिक मदद देने के लिए राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना इसी वित्तीय वर्ष से लागू होगी। इसका लाभ राज्य के लगभग 12 लाख ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूरों को मिलेगा।[10]

छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना संपादित करें

छत्तीसगढ़ सरकार ने छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना की शुरुआत की है। इस योजना के माध्यम से सरकार द्वारा लड़की की शादी के अवसर पर आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।बीपीएल परिवार की सभी लड़कियों के विवाह के लिए वित्तीय सहायता के रूप में 25 हजार रुपये की राशि प्रदान की जाएगी।

संदर्भ संपादित करें

  1. "Godhan Nyay Yojna: लोकसभा में कृषि मामलों की स्थायी समिति ने छत्तीसगढ़ की गोधन न्याय योजना की सराहना की". Nai Dunia. 2021-03-10. अभिगमन तिथि 2021-07-05.
  2. "छत्तीसगढ़ में 'राजीव गांधी किसान न्याय योजना' लॉन्च, 19 लाख किसानों को 4 किस्तों में मिलेंगे 5700 करोड़". The Financial Express. 2020-05-21. अभिगमन तिथि 2021-07-06.
  3. "छत्तीसगढ़: राजीव गांधी किसान न्याय योजना से 19 लाख किसानों को होगा फायदा". आज तक. अभिगमन तिथि 2021-07-06.
  4. "Rajiv Gandhi Kisan Nyaya Yojana: लगभग 22 लाख किसानों के बैंक खाते में पहुंचे न्याय के 1500 करोड़ रुपये". Nai Dunia. 2021-05-21. अभिगमन तिथि 2021-07-08.
  5. "छत्तीसगढ़ में आएगी राजीव गांधी न्याय योजना, 19 लाख किसानों को मिलेंगे 10 हजार रूपये प्रति एकड़". आज तक. अभिगमन तिथि 2021-07-08.
  6. "छत्तीसगढ़ सरकार की किसानों को सौगात: खाते में पहुंची राजीव गांधी किसान न्याय योजना की पहली किस्त". Patrika News (hindi में). अभिगमन तिथि 2021-07-08.सीएस1 रखरखाव: नामालूम भाषा (link)
  7. "छत्तीसगढ़: CM ने किया गोधन न्याय योजना का आगाज, 2 रुपये किलो गोबर खरीदेगी सरकार". आज तक. अभिगमन तिथि 2021-07-08.
  8. "गोबर से बने खाद की कीमत में सरकार ने की बढ़ोतरी". Nai Dunia. 2020-12-12. अभिगमन तिथि 2021-07-08.
  9. Hindi, TV9 (2021-03-02). "क्या है गोधन न्याय स्कीम: इसके तहत किसानों को मिल रहे हैं 12000 रुपये, जानिए सबकुछ". TV9 Hindi (hindi में). अभिगमन तिथि 2021-07-08.सीएस1 रखरखाव: नामालूम भाषा (link)
  10. "छत्तीसगढ़: किसानों के लिए भूपेश सरकार शुरू करेगी एक अहम योजना, मिलेगा लाभ". ETV Bharat News (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2021-07-08.