जनवरी 2016 जकार्ता में आतंकी हमला

14 जनवरी 2016 को इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में बड़ा आतंकी हमला हुआ। इस हमले में 10 से 14 आतंकियों के शामिल होने की खबर है। यहाँ, एक के बाद एक, 6 बम धमाके हुए जिसमें अब तक सात की मौत हो चुकी है। मरने वालों में चार फ़िदायीन आतंकी, एक डच नागरिक और एक पुलिसकर्मी शामिल हैं तथा एक अन्य की पहचान नहीं हुई है।[2] ये धमाके संयुक्त राष्ट्र कार्यालय के पास हुए। इस प्रकार देखा जाय तो बहुत ही सुरक्षित इलाके में ये विस्फोट हुए हैं। इंडोनेशिया के राष्ट्रपति का निवास और रूस सहित अनेक देशों के दूतावास भी यहाँ से पास ही स्थित हैं। अधिकारियों के अनुसार आतंकियों ने पूरी योजना के साथ इस हमले को अंजाम दिया। आतंकी बाइक से आए थे। उन्होंने धमाके के दौरान ग्रेनेड का इस्तेमाल भी किया गया। इन धमाकों में एक पुलिस पोस्ट के पूरी तरह से तबाह हो जाने की ख़बर है। यह हमला विदेशी पर्यटकों को निशाना बनाकर किया गया। इस इलाके में कई पाँच सितारा होटल, बहुराष्ट्रीय कंपनियों के कार्यालय और दूतावास भी हैं।[3][4]

जनवरी 2016 का जकार्ता हमला
स्थान जकार्ता, इंडोनेशिया
तिथि 14 जनवरी 2016
11:39 -15:30 (डब्ल्यू॰आइ॰टी॰) -
हमले का प्रकार आत्मघाती धमाके, गोलीबारी
मृत्यु कम से कम 7[1]
घायल अनेक
संदिग्ध अपराधी इस्लामिक स्टेट
भागीदार संख्या 4 से 14

पृष्ठभूमि संपादित करें

इंडोनेशिया, मध्य पूर्व के संघर्ष से काफी दूर है फिर भी इस्लामी उग्रवादियों द्वारा कई आतंकवादी हमलों में देश के सैकड़ों लोग मारे जा चुके हैं।[5]

इस्लामिक स्टेट की ओर से कुछ दिनों पहले जकार्ता पर हमले की धमकी दी थी।[उद्धरण चाहिए] जिसके बाद यह हमला हुआ। पुलिस की ओर से पहले ही आतंकवादी हमले की चेतावनी जारी कर दी गयी थी और कहा गया कि आतंकवादी नए साल के मौके पर इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में आत्मघाती हमला करने की साजिश रच रहे हैं। पुलिस ने इससे पहले ही एक आतंकवादी हमले को नाकाम किया था। चीन के उईगुर समुदाय के एक सदस्य सहित दो अन्य लोगों को साजिश में शामिल होने का दावा करते हुए पुलिस ने उन्हें एक महीने पहले ही गिरफ्तार किया था।[6]

2015 में जकार्ता स्थित इंस्टीट्यूट द्वारा सूचना मिली थी कि कम से कम 50 इंडोनेशियाई उग्रवादी समूहों ने एक इस्लामी राज्य बनाने की कोशिश कर मदद करने के लिए सीरिया की यात्रा की और विदेशी लड़ाकों में शामिल हो गए थे।[7]

हमला संपादित करें

सुबह लगभग 10:50 बजे स्टारबक कार पार्क में पहला धमाका हुआ। इसके बाद करीब दस मिनट के अंतर में छह और धमाकों की आवाज सुनी गई। इसमें से एक धमाका पुलिस पोस्ट के नजदीक हुआ। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार आतंकियों ने कुछ जगहों पर ग्रेनेड भी फेंके। 11:15 बजे तक पुलिस मौके पर पहुंच गयी और लोगों को धमाकों की जगह से बाहर निकले व घायलों को अस्पताल पहुंचाने का काम शुरू किया। इस दौरान अतिरिक्त पुलिस बल भी बुलाए गए। दोपहर में पुलिस ने सरिना बिल्डिंग में स्थित मैक डॉनाल्ड रेस्तरां में प्रवेश किया। इस दौरान पुलिसकर्मीयों और आतंकियों में गोलीबारी चलती रही। इसके बाद स्टेट इंटेलिजेंस एजेंसी बीआईएन के चीफ भी मौके पर पहुंचे। इसके कुछ सैकेंड बाद एक और धमाका हुआ। धमाकों में सात की मौत हो गयी। आतंकी बाइक पर सवार होकर आए थे। हालांकि उनकी संख्या को लेकर संशय बना रहा। पुलिस ने सारे इलाके को सील कर दिया और आतंकियों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करना शुरू कर दिया। इसके बाद एक और धमाका हुआ।[8]

इंडोनेशिया राष्ट्रीय पुलिस के प्रवक्ता द्वारा संवाददाताओं को बताया गया कि हमलावरों में से एक के घर में आईएस का काला झंडा पाया गया व हमलावरों में से दो को पहले ही आतंकी गतिविधियों में लिप्त होने के कारण पहले भी जेल भेज गया था।[9]

हताहत संपादित करें

नागरिकता अनुसार मृत्यु
नागरिकता मृत्यु
  अल्जीरिया 1[10]
  कनाडा 1[11][12]
  इंडोनेशिया 1[12]
कुल 3
आंकड़े शुरुआती डेटा के आधार पर है अतः पूरे न होने की सम्भावना है।

प्रतिक्रिया संपादित करें

घरेलू संपादित करें

इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि हालात काबू में हैं। उन्होंने इन हमलों को आतंकी हमला बताया। अपने संबोधन में उन्होंने इस हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि भी दी।[2]

अंतर्राष्ट्रीय संपादित करें

  संयुक्त राष्ट्र संघ महासचिव बान की मून ने आतंकवादी हमले की निंदा की। उन्होंने कहा कि इस तरह के हमलों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बान के प्रवक्ता ने बताया कि उन्होंने पीड़ितों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना जताई और घायलों के जल्द ठीक होने की कामना भी की साथ ही दोषियों को सजा देने की उम्मीद भी जताई।[13]

  भारत ने जकार्ता में हुए आतंकी हमले की निंदा की। विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत इंडोनेशिया की सरकार व वहां के लोगों के साथ है और स्पष्ट रूप से आतंकवाद और इसके सभी रूपों का विरोध करता है। मंत्रालय ने पीड़ितों के लिए कामना भी की।[14]

  अमेरिका ने जकार्ता हमले की कड़ी निंदा की करते हुए कहा कि अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ इंडोनेशिया को हर संभव समर्थन देगा। व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता ने अपने बयान में हमले में मारे गये लोगों के प्रति शोक व्यक्त किया व इन हमलों के लिए जिम्मेदार सभी आतंकवादियों के खात्मे के लिये चलाये जाने वाले अभियानों में उसका साथ देने का भी आश्वासन दिया।[15]जकार्ता में अमेरिकी दूतावास ने अमेरिकियों को सारे पैन पैसिफिक होटल और सरीना प्लाज़ा के आसपास के क्षेत्रों से दूर रहने के लिए कहा गया।[16]

  ऑस्ट्रेलिया के विदेश व व्यापार मंत्रालय और यूनाइटेड किंगडम की सरकार ने भी अपने नागरिकों को अधिकारियों के निर्देशों का पालन करने व कम से कम गतिविधि करने की सलाह दी।[17][18] विदेश मंत्री जूली बिशप ने बयान जारी करते हुए कहा कि वह इंडोनेशियाई विदेश मंत्री रेटनो मरसुदी के साथ संपर्क में हैं साथ ही यह भी कहा कि ऑस्ट्रेलियाई सरकार हमलों की निंदा करती है।[19]

डच दूतावास ने भी अपने नागरिकों के लिए चेतावनी जारी की और सैलानियों से अपनी यात्राओं को रद्द करने की अपील की।[2]

  फ्रांस दूतावास के प्रथम सचिव ने कहा कि उनका कोई नागरिक इस हमले में घायल नहीं हुआ।[2]

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "Polisi pastikan enam tewas, tiga polisi dan tiga warga sipil – BBC Indonesia" [पुलिस द्वारा मौतों की पुष्टि: तीन पुलिस वाले और तीन नागरिक] (इंडोनेशियाई में). बीबीसी इंडोनेशिया. मूल से 16 जनवरी 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 जनवरी 2016.
  2. "जकार्ता आतंकी हमला:जानिये कब क्या हुआ". दैनिक जागरण. 14 जनवरी 2016. मूल से 15 जनवरी 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 जनवरी 2016.
  3. "जकार्ता में बड़ा आतंकी हमला:सिलसिलेवार धमाकों में 6 की मौत". अमर उजाला. 14 जनवरी 2016. मूल से 15 जनवरी 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 जनवरी 2016.
  4. "जकार्ता में बाइक से आए 14 आतंकियों ने किया हमला, 6 धमाके- 4 मरे". दैनिक भास्कर. 14 जनवरी 2016. मूल से 14 जनवरी 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 जनवरी 2016.
  5. "संग्रहीत प्रति". मूल से 16 जनवरी 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 जनवरी 2016.
  6. "इंडोनेशिया में आतंकी हमला; सीरियल ब्‍लास्‍ट और गोलीबारी से दहला जकार्ता, 7 लोगों की मौत". ज़ी न्यूज. 14 जनवरी 2016. मूल से 16 जनवरी 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 जनवरी 2016.
  7. Cochrane, Joe (31 January 2014). "Indonesian Militants Join Foreigners Fighting in Syria". दि न्यू यॉर्क टाइम्स. मूल से 19 जुलाई 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 January 2016.
  8. "संग्रहीत प्रति". मूल से 15 अप्रैल 2021 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 जनवरी 2016.
  9. zeenews.india.com/hindi/world/jakarta-attacks-indonesia-begins-hunting-for-terror-cells/281022
  10. "संग्रहीत प्रति". मूल से 4 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 16 जनवरी 2016.
  11. "Adam Harvey on Twitter". Twitter. मूल से 5 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2016-01-14.
  12. "Samantha Hawley on Twitter". Twitter. अभिगमन तिथि 2016-01-14.
  13. http://www.vniindia.com/91762[मृत कड़ियाँ]
  14. http://www.kharinews.com/2014-09-29-14-59-49/77189-2016-01-15-13-10-01-15nat38[मृत कड़ियाँ]
  15. http://www.univarta.com/news/world/story/344438.html
  16. "Emergency Message for U.S. Citizens | Jakarta, Indonesia - Embassy of the United States" [यू एस के नागरिकों के लिए आपातकालीन सन्देश | जकार्ता, इंडोनेशिया - यूनाइटेड स्टेट्स ऍम्बेसी]. jakarta.usembassy.gov. मूल से 14 जनवरी 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 जनवरी 2016.
  17. "Travel Advice for Indonesia - Australian Department of Foreign Affairs and Trade" [इंडोनेशिया यात्रा हेतु सलाह - व्यापार एवं विदेश मामले विभाग, ऑस्ट्रेलिया]. smartraveller.gov.au. मूल से 13 जनवरी 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 जनवरी 2016.
  18. "Indonesia travel advice - GOV.UK" [इंडोनेशिया यात्रा सलाह - यूके सरकार]. www.gov.uk. मूल से 15 जनवरी 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 जनवरी 2016.
  19. "Matthew Doran on Twitter" [ट्विटर पर मैथ्यू डूरन]. ट्विटर. मूल से 5 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 जनवरी 2016.