ज़ूना बेगम
ज़ूना बेगम (कश्मीरी: زونہ بیگم) एक कश्मीरी भारतीय राजनीतिज्ञ हैं जो जम्मू व कश्मीर राज्य के बारामुल्ला ज़िले के हार्दशिवा गाँव की पंचायत में चुनी हुई पंच हैं। उनपर १२ जनवरी २०१३ को पिस्तौलधारी आदमियों ने उनके घर में ज़बरदस्ती घुसकर हमला किया।[1] कई समीक्षकों के अनुसार उनकी हत्या की कोशिश चरमपंथी उग्रवादियों द्वारा स्थानीय चुने हुए नेताओं को मार डालने के मुहीम का भाग थी। इस हमले से कुछ पहले बारामुल्ला ज़िले के गोरीपोरा गाँव के सरपंच हबीबुल्लाह मीर की हत्या कर दी गई थी। ज़ूना बेगम पर हमले के बाद कई कश्मीरी पंचों ने यह कहकर इस्तीफ़े दिए कि 'सरकार उन्हें सुरक्षा देने में पूरी तरह नाकाम रही है'।[2][3]
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Lady Panch shot at, injured Archived 2013-01-16 at the वेबैक मशीन, Ghulam Muhammad, Greater Kashmir (newspaper), January 12, 2013, Accessed: January 14, 2013, ... shot at and injured a woman Panch of Congress at Hardshiva village on Saturday evening. Officiating Superintendent of Police (SP) Sopore Zubair Ahmad Khan told Greater Kashmir the attackers barged into the house of lady Panch, Zooni Begum wife of Muhammad Ramzan Kumar this evening ...
- ↑ Jammu and Kashmir woman sarpanch critical after attack Archived 2013-01-14 at the वेबैक मशीन, Muhammad Salim Pandit, 14 जनवरी 2013, The Times of India, ... The panchayat members, announced their resignation in presence of journalists in Srinagar, belong to Hardshiva and adjoining villages in Baramulla district. "We fear for our lives," said Manzoor Ahmad Rather, a sarpanch. He said attacks on panchayat members and the government's failure to provide them security forced them to resign ...
- ↑ سوپور کے تین پنچایتی حلقوں سے25پنچ و سرپنچ مستعفی[मृत कड़ियाँ] (सोपोर के तीन पंचायती हल्क़ों से 25 पंच-ओ-सरपंच मुस्तआफ़ी), Zafar Pal, 14 जनवरी 2013, Kashmiri Uzma, ... سوپور میں چوبیس گھنٹوں کے دوران دو پنچایتی نمائندوں کیخلاف حملوں کے بعد ایک مرتبہ پھر شمالی کشمیر کے پنچایتی نمائندوں نے استعفیٰ دینے کا سلسلہ شروع کر دیا ہے (सोपोर में चौबीस घंटों के दौरान दो पंचायती नुमाइन्दों के ख़िलाफ़ हमलों के बाद एक मरतबा फिर शुमाली कश्मीर के पंचायती नुमाइन्दों ने इस्तीफ़े देने का सिलसिला शुरू कर दिया है) ...