जापानी लेखन पद्धति
आधुनिक जापानी लेखन पद्धति तीन लिपियों का मिश्रण है-
- *हीरागाना : इसका प्रयोग कांजी के साथ देशज शब्दों तथा व्याकरणीय तत्त्वों को लिखने के लिए किया जाता है।
- *काताकाना : इसका उपयोग विदेशी शब्दों, विदेशी नामों, वैज्ञानिक शब्दावली, को लिखने के लिए किया जाता है।
जापानी लेखन प्रणाली वर्तमान में उपयोग में आने वाली सबसे जटिल प्रणालियों में से एक मानी जाती है। [1] [2]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ सर्ज पी. शोहोव (2004). Advances in Psychology Research. नोवा पब्लिशर्स. पृ॰ 28. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-1-59033-958-9.
- ↑ Kazuko Nakajima (2002). Learning Japanese in the Network Society. कैलगरी विश्वविद्यालय Press. पृ॰ xii. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-1-55238-070-3.
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