जिंदगी बदल सकता है हादसा
जिंदगी बदल सकता है हादसा 9 मई से 24 अगस्त 2008 तक ज़ी टीवी पर प्रसारित एक हिंदी टेलीविजन थ्रिलर श्रृंखला थी। इसने कॉमेडी-ड्रामा सीरीज़ चलदी दा नाम गद्दी की जगह ले ली, जिसका टाइमस्लॉट लिया गया।
जिंदगी बदल सकता है हादसा | |
---|---|
निर्माणकर्ता | फायरवर्क्स प्रोडक्शन, आर्टिस्टिक अनलिमिटेड प्रोडक्शन |
निर्देशक | बीपी सिंह और यश चौहान |
मूल देश | भारत |
एपिसोड की सं. | 48 |
उत्पादन | |
निर्माता | बी.पी. सिंह और प्रदीप उप्दुर |
प्रसारण अवधि | 24 मिनट |
मूल प्रसारण | |
नेटवर्क | जी टीवी |
प्रसारण | 9 मई 2008 24 अगस्त 2008 | –
अवधारणा
संपादित करेंहादसा की अवधारणा वास्तविक जीवन की घटनाओं पर आधारित है और यह दिखाती है कि कैसे एक घटना ( हदसा ) लोगों के जीवन को हमेशा के लिए बदल सकती है। यह शो एक टीम के इर्द-गिर्द घूमता है जिसे एसटीएफ स्पेशल टास्क फोर्स के नाम से जाना जाता है, जो समस्याओं और अपराधों को सुलझाने में मदद करती है।
शो में अपराधों की एपिसोडिक कहानियां हैं। प्रत्येक एपिसोड में एक वेश्या के साथ एक भावनात्मक कहानी है और वह हादसा उस कहानी को कैसे बदलता है, यह एपिसोड का मुख्य बिंदु है। इसके अलावा, हादसा का उद्देश्य उस बात को प्रकाश में लाना है जो आम लोग शायद दुष्ट लोगों के बारे में नहीं जानते हैं — चोरी की रोटी खाने वाले परिवार के जीवन के लिए अपंग होने की कहानियाँ, अनाथ हुए बच्चे और निःसंतान छोड़ दिए गए माता-पिता की कहानियाँ।
कलाकार
संपादित करें- मोहन कपूर . . . एसीपी मनोविराज सिंह (एसटीएफ प्रमुख)
- करण ओबेरॉय . . . इंस्पेक्टर अभिमन्यु सिंह/अभि (मनोविराज सिंह के छोटे भाई)
- इंस्पेक्टर एकांश ठाकुर (एसटीएफ के उप प्रमुख) के रूप में खालिद सिद्दीकी
- पूजा भारती. . . इंस्पेक्टर दिव्यंका चौहान (कश्मीर शाखा से एसटीएफ अधिकारी)
- हिमानी चावला . . . इंस्पेक्टर गुरिंदर कौर/गैरी (पंजाब शाखा से एसटीएफ अधिकारी)
- मेहुल बुच
- लता सभरवाल
- मौली गांगुली
- गौतम चतुवेर्दी
- मिहिर मिश्रा
- सरल कौल
- मोनाज़ मेवावाला
- कंवलजीत सिंह
- मोहित चौहान
- श्रुति उल्फत
- नारायणी शास्त्री
- श्रद्धा निगम
- आशीष नैय्यर