जीवितप्पाता

मलयालम भाषा आत्मकथा

जीवितप्पाता मलयालम भाषा के विख्यात साहित्यकार सी. गोविन्द पिशारिटि चेरुकाट द्वारा रचित एक आत्मकथा है जिसके लिये उन्हें सन् 1976 में मलयालम भाषा के लिए मरणोपरांत साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।[1]

जीवितप्पाता  
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जीवितप्पाता
लेखक सी. गोविन्द पिशारिटि चेरुकाट
देश भारत
भाषा मलयालम भाषा
  1. "अकादमी पुरस्कार". साहित्य अकादमी. मूल से 15 सितंबर 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 सितंबर 2016.