जॉली एलएलबी
जॉली एलएलबी सुभाष कपूर द्वारा निर्देशित बॉलीवुड की कानुनी नाटक हास्य फ़िल्म है। फ़िल्म में मुख्य भूमिका अरशद वारसी, बोमन ईरानी और अमृता राव की है। फ़िल्म का नाट्य ट्रेलर 8 जनवरी 2013 को जारी किया गया।[1] फ़िल्म 15 मार्च 2013 को जारी की गयी। फ़िल्म की कहानी वकील जगदीश त्यागी ऊर्फ जॉली के इर्द-गिर्द घूमती रहती है।
जॉली एल एल बी | |
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निर्देशक | सुभाष कपूर |
लेखक | सुभाष कपूर |
निर्माता | फॉक्स स्टार स्टूडियोज |
अभिनेता |
अरशद वारसी बोमन ईरानी अमृता राव सौरभ शुक्ला |
संगीतकार | कृष्ण, बैकग्राउंड स्कोर - संजय चौधरी |
वितरक | फॉक्स स्टार स्टूडियोज |
प्रदर्शन तिथियाँ |
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देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
लागत | ₹10 करोड़ (US$1.46 मिलियन) |
कुल कारोबार | 35 करोड़ |
अप्रैल 2014 में 61वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में जॉली एलएलबी को सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म का पुरस्कार मिला।[2]
पटकथा
संपादित करेंसन् 2009, जगदीश त्यागी उर्फ जॉली (अरशद वारसी) एक संघर्षरत वकील है जो अपने क्षेत्र में एक बड़ा नाम बनना चाहता है। जॉली मेरठ से दिल्ली आता है और एक ऐसे केस का हिस्सा बन जाता है जिसे भारत का एक प्रसिद्ध और मंहगा वकील तेजिंदर राजपाल (बोमन ईरानी) लड़ रहा है। राजपाल का मुवक्किल राहुल दीवान (राजीव सिद्धांत) एक हिट एंड रन केस में फंसा है जिसमें उसकी गाड़ी ने फुटपाथ पर सोए कुछ लोगों को कुचल दिया था। राजपाल ने अपने क्लाइंट को बचाने के लिए पुलिस के साथ मिलकर सबूतों के साथ छेड़खानी की और साबित कर दिया कि राहुल निर्दोष है। राजपाल के बहस करने की अदा से जॉली काफी प्रभावित होता है लेकिन उसे समझ आ जाता है कि अन्याय हुआ है। जॉली केस फिर से खुलवाने के लिए जज सुंदरलाल त्रिपाठी (सौरभ शुक्ला) के कोर्ट में जनहित याचिका दायर करता है।
कलाकार
संपादित करें- अरशद वारसी - जगदीश त्यागी उर्फ जॉली
- बोमन ईरानी - तेजिंद्र राजपाल
- अमृता राव - संध्या उर्फ सन्धु
- सौरभ शुक्ला - जस्टिस त्रिपाठी
- हर्ष छाया - अल्बर्ट पिंटो
- मनोज पहवा - प्रताप
- रमेश देव - कौल साब
- मोहन कपूर - योगराज देवन
- संजय मिश्रा - गुरुजी
- मोहन अगाशे - वरीष्ठ देवन (राहुल के दादा)
- विभा चिब्बर - मीरुत जज
- सुशील पाण्डे - सदाकान्त मिश्रा
- सन्दीप बोस - इंस्पेक्टर राठी
- राजीव सिद्धार्थ - राहुल देवन
- ब्रिजेन्द्र काला - सुरेश वशिष्ठ (शुरुआती दृश्य में)
निर्माण
संपादित करेंफ़िल्म की कहानी 1999 के संजीव नन्दा के हिट-एंड-एन केस की घटना से प्रेरित है।[3]
संगीत
संपादित करेंजॉली एलएलबी | ||||
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ध्वनि पट्टी कृष्ण द्वारा | ||||
जारी | 22 फ़रवरी 2013 | |||
रिकॉर्डिंग | 2013 | |||
संगीत शैली | फ़िल्म संगीत सूची | |||
लंबाई | 33:40 | |||
लेबल | टी-सीरीज़ | |||
निर्माता | कृष्ण | |||
कृष्ण कालक्रम | ||||
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जॉली एलएलबी का संगीत कृष्ण ने तैयार किया है। बप्पी लाहिड़ी द्वारा तैयार पहला गीत 13 फ़रवरी 2013 को जारी किया।
गीतसूची
संपादित करेंक्र॰ | शीर्षक | गायक | अवधि |
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1. | "झूठ बोलिया" | कमल खान | 4:08 |
2. | "दारू पीके नचणा" | मिका सिंह, श्रेया घोषाल | 4:17 |
3. | "अजनबी" | मोहित चौहान, श्रेया घोषाल | 3:55 |
4. | "हंस की चाल" | कैलाश खेर | 4:22 |
5. | "लाय लग गयी" | बप्पी लाहिड़ी | 4:31 |
6. | "झूठ बोलिया" (रिमिक्स) | कमल खान | 3:59 |
7. | "दारू पीके नचणा" (रिमिक्स) | मिका सिंह | 3:48 |
8. | "लाय लग गयी 2" | बप्पी लाहिड़ी | 4:30 |
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "Arshad calls Jolly LLB 'wonderful' experience". हिन्दुस्तान टाइम्स. 2012-04-02. मूल से 25 जनवरी 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 जुलाई 2013.
- ↑ "नैशनल अवॉर्डः शिप ऑफ थीसियस, जॉली LLB बेस्ट फिल्में". नवभारत टाईम्स. 16 अप्रैल 2014. मूल से 18 अप्रैल 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 17 अप्रैल 2014.
- ↑ "'Jolly LLB' review: The film's not a bad way to spend the evening". Ibnlive.in.com. मूल से 6 जून 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2013-04-25.